आषाढ़ माह में ज्येष्ठ की तरह धूप ने आम जन-जीवन को परेशान कर दिया है। प्रदेश में तापमान 35 से 40 डिग्री सेल्सियस तक जा रहा है। खेत में ज्वार-बाजरा का बीज डालकर किसान बारिश का इंतजार करते रह गये लेकिन अधिकांश जगहों पर बीज निकल ही नहीं पाये। इससे परेशानियां बढ़ गयी हैं। प्रदेश में अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा कानपुर एयरफोर्स का 40.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विभाग द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार प्रदेश में अधिकतम तापमान कानपुर एयरफोर्स का 40.8 डिग्री सेल्सियस, लखनऊ का 38.7 डिग्री सेल्सियस, बांदा का 40.6 डिग्री सेल्सियस, वाराणसी का 37.5 डिग्री सेल्सियस, प्रयागराज का 39.1 डिग्री सेल्सियस, बांदा का 40.6 डिग्री सेल्सियस, झांसी का 35.5 डिग्री सेल्सियस, औराई का 39 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं मेरठ का अधिकतम तापमान 35.3 डिग्री सेल्सियस, मुजफ्फरनगर का 33.1 डिग्री सेल्सियस, नजीबाबाद का 32.5 डिग्री सेल्सियस, मुराबाद का 34.8 डिग्री सेल्सियस था।
वहीं न्यूनतम तापमान प्रदेश में सबसे कम इटावा का 22.8 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं मुजफ्फरनगर का न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस, नजीमाबाद का 27 डिग्री सेल्सियस, बरेली का 28.3 डिग्री सेल्सियस, अलीगढ़ का 29 डिग्री सेल्सियस, आगरा का 27.9 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का 28.6 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का 28.6, वाराणसी का 28.5 डिग्री सेल्सियस, झांसी का 25.9 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।
उद्यान निदेशक डाक्टर आरके तोमर का कहना है कि ऐसे मौसम में किसानों को बीज को ढक कर हर वक्त जमीन में नमी का ख्याल रखना चाहिए।
आशा खबर /शिखा यादव