अररिया प्रखण्ड के कुसियारगांव,चातर ,गैड़ा पंचायत में पंचायत बाल संरक्षण समिति की बैठक हुई।जिसकी अध्यक्षता वहां के मुखिया-सह-बाल संरक्षण समिति के अध्यक्ष ने किया।संस्था जागरण कल्याण भारती फ़ारबिसगंज, यूनिसेफ, सीसीएचटी पटना एवं जिला प्रशासन अररिया के मार्गदर्शन के अनुसार आयोजित कार्यक्रम किया गया।कुसियारगांव में मुखिया माणिकचंद सिंह , चातर में मुखिया वीणा देवी और गैड़ा में मुखिया बीबी तबस्सुम प्रवीण ने किया ।
कार्यक्रम में जिला बाल संरक्षण ईकाई के सहायक निदेशक नितेश कुमार पाठक,प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी अजय कुमार झा,बाल संरक्षण पदाधिकारी बलबीर चांद , कुसियारगांव पंचायत के सदस्य सचिव एस.सिन्हा , चातर एवं गैड़ा पंचायत के सदस्य सचिव सी.कुमारी ने भाग लिया।
मौजूद लोगों ने अपने संबोधन में बाल श्रम रोकने के लिए समाज के सभी लोगों को एक दूसरे को प्रेरित करने पर बल दिया गया। आये दिन छोटे-छोटे बच्चों को अभिभावकों द्वारा कामकाज में लगा दिये जाने से बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है।जिसको लेकर जनजागरूकता ग्रामीण स्तर पर भी जरूरी है।जागरण कल्याण भारती के अध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि बाल श्रम, बाल विवाह, बाल तस्करी को रोकने के लिए पंचायत स्तर पर समिति का गठन हुआ है। समिति को इस विषय पर विशेष रूप से अभियान चलाकर बाल समस्या को रोकने का प्रयास करना चाहिए। अररिया जिला मै कुल 211 पंचायत है।संविधान संशोधन 73वें के अनुसार वार्ड ,पंचायत ,प्रखंड ,जिला ,राज्य , केन्द्रीय स्तर पर बच्चों की सुरक्षा को लेकर कमिटी बनाई गई हैं। अररिया जिला के पंचायती राज को जागरूक करते हुए समिति का पुनः गठन एवं बैठक किया गया है,जिसका समापन गैड़ा पंचायत में हुआ।
बैठक में मौजूद सेव द चिल्ड्रन के नाजीश अहमद ,तटवासी समाज के संजय श्रीवास्तव , साकेत ,मणि सिंह , मुखिया प्रतिनिधि भाई आशीफ ,मो इफान,जनप्रतिनिधियों,आम ग्रामीण,युवाओं ने बाल श्रम,बाल विवाह,मानव तस्करी को रोकने हेतु सामुहिक रूप से संकल्प लिया ।