सस्ती विमान सेवा मुहैया कराने वाली एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट की परेशानी दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने पिछले 18 दिनों में आठ खराबी की घटनाओं के बाद स्पाइसजेट को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस बीच कंपनी के शेयर बुधवार को 7 फीसदी तक टूटकर अपने 52 हफ्तों के निचले स्तर 35 रुपये तक पहुंच गए।
हालांकि, फिलहाल बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर स्पाइजेट का शेयर 0.25 अंक यानी 0.66 फीसदी टूटकर 37.40 पर ट्रेंड कर रहा है। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी का शेयर 0.30 अंक यानी 0.80 फीसदी उछलकर 38.00 रुपये पर कारोबार कर रहा है। दरअसल कंपनी के शेयरों में यह गिरावट बीते 18 दिनों में कंपनी की विमानन सेवाओं में आठ बड़ी घटनाओं के बाद देखने को मिली है।
इस बीच विमान नियामक डीजीसीए ने पिछले 18 दिनों में स्पाइस जेट की उड़ानों में 8 बार खराबी आने के बाद कारण बताओ नोटिस जारी किया है। डीजीसीए ने स्पाइस जेट को एयरलाइन विमान नियम, 1937 के तहत सुरक्षित, दक्ष और विश्वसनीय हवाई सेवाओं को सुनिश्चित करने में नाकाम रहने पर नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। इसके अलावा डीजीसीए ने सितंबर 2021 में स्पाइस जेट के ऑडिट जांच में पाया कि स्पेयर पार्ट सप्लायरों को नियमित आधार पर भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिससे स्पेयर पार्ट की कमी हो रही है।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले दिल्ली से दुबई जा रहे स्पाइस जेट का एक विमान के फ्यूल इंडिकेटर में खराबी के बाद उसे कराची डायवर्ट कर दिया गया था। इसी तरह कांडला-मुंबई फ्लाइट की खिड़की के शीशे में उड़ान भरने के बाद 23 हजार फीट की ऊंचाई पर दरार दिखने पर मुंबई में प्रायोरिटी लैंडिंग करानी पड़ी थी। पटना में 21 जून को स्पाइस जेट विमान में अचानक आग लगने के बाद विमान में सवार 185 यात्रियों की जान मुश्किल में पड़ गई थी, लेकिन पायलट की सूझबूझ से विमान को सुरक्षित लैंड कराया गया था।
आशा खबर / उर्वशी विश्वकर्मा