सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही लखनऊ से दिल्ली के बीच चलने वाली डबल डेकर एक्सप्रेस गोरखपुर तक दौड़ती नजर आएगी। ट्रेन का विस्तार करने की योजना पर काम चल रहा है। इसे लेकर मुख्यालय स्तर पर विमर्श चल रहा है। फिजिबिलिटी जांची जाएगी। इसके बाद टाइम टेबल बनाने की कवायद शुरू होगी। चूंकि योजना पहले चरण में है, ऐसे में कोई भी अधिकारी इस मुद्दे पर बोलने को तैयार नहीं है।
पहले कोहरे और फिर कोविड की वजह से ट्रेन का संचालन ठप रहा। गत दस मई से ट्रेन वापस पटरी पर लौटी, लेकिन ट्रेन में यात्रियों की कमी देखी गई, जिससे रेलवे के लिए राजस्व का भी संकट खड़ा होता रहा। डबल डेकर को लेकर यात्रियों में जो क्रेज था, उसे बढ़ाने के लिए ट्रेन के साथ कई प्रयोग हुए, लेकिन जमीन पर नहीं उतर सके।
जयपुर तक चलने से रह गई थी ट्रेन
लखनऊ जंक्शन से आनंद विहार के बीच चलने वाली डबल डेकर और नई दिल्ली जयपुर डबल डेकर को मिलाकर लखनऊ से जयपुर तक डबल डेकर चलाने का प्लान बनाया गया। टाइम टेबल भी जारी हुआ, रूट के कई स्टेशन हटाए गए, कुछ नए स्टेशन जोड़े गए। लेकिन यह कवायद जमीन पर नहीं उतर सकी। इसके बाद पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन की ओर से डबल डेकर एक्सप्रेस को सीतापुर के रास्ते दिल्ली के लिए चलाने का प्लान बनाया गया। समय सारिणी तैयार की गई, लेकिन प्लान जमीन पर नहीं उतर सका।