डॉ. दीक्षा तिवारी के शव का तीन डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम किया। सूत्रों के मुताबिक डॉ. दीक्षा के शरीर पर सिर से पैर तक करीब 36 चोटें मिली हैं। डक्ट में गिरने से उसके सिर की हड्डी टूट गई थी। दोनों तरफ की छह से ज्यादा पसलियां टूटकर फेफड़ों में घुस गईं थी। इससे फेफड़े फट गए थे। अधिक रक्तस्राव से मौत होना बताया गया है।
कानपुर में जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के परीक्षा भवन की पांचवीं मंजिल में दो दोस्तों के साथ बैठी डॉक्टर दीक्षा तिवारी (26) की नीचे गिरने से मौत हो गई। 2023 में एमबीबीएस करने के बाद तीनों की इसी साल इंटर्नशिप पूरी हुई थी। इसके बाद तीनों का ही अलग-अलग अस्पतालों में मेडिकल अफसर पद पर चयन हो गया था।
इसी खुशी में तीनों ने बुधवार रात को एक दोस्त के कमरे में पार्टी की और इसके बाद मेडिकल कॉलेज पहुंच गए। पांचवीं मंजिल पर बने डक्ट के स्लैब में बैठकर बातें कर रहे थे। अचानक स्लैब धंसने से डॉ. दीक्षा नीचे जा गिरी। हालांकि बरेली से आए परिजनों ने दोनों दोस्तों पर ही नीचे फेंकने का आरोप लगाया है। पुलिस उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।