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प्रयागवाल सभा के अध्यक्ष डॉ. प्रकाश चंद्र मिश्र की नैनी जेल में मौत

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Crime

मारपीट के चार साल पुराने मामले में जेल गए प्रयागवाल सभा के अध्यक्ष डॉ. प्रकाश चंद्र मिश्र की शुक्रवार को मौत हो गई। नैनी सेंट्रल जेल के बैरक नंबर छह में हालत बिगड़ने के बाद परिजन जेल प्रशासन से अस्पताल में भर्ती कराने की गुहार लगाते रहे, लेकिन उनकी नहीं सुनी गई। परिजनों ने जेल प्रशासन की लापरवाही से मौत होने का आरोप लगाया है। उधर, डीआईजी जेल ने इस मामले की जांच कराने की बात कही है। उनका कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

वर्ष 2019 में हुए एक विवाद में जमानती वारंट जारी होने के बाद सात जून को तीर्थपुरोहितों की संस्था प्रयागवाल सभा के अध्यक्ष ने कोर्ट में समर्पण किया था। इसके बाद उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी गई और उनको पुलिस हिरासत में लेकर नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया। जेल में उन्हें बैरक नंबर छह में रखा गया। वहां उन्हें तेज बुखार आने के बाद जेल प्रशासन से अस्पताल में भर्ती कराने के लिए आग्रह किया गया।

पहले से भी उनकी तबीयत खराब होने और इलाज चलने की वजह से उनको जरूरी दवाएं नहीं मिल पा रही थीं। आरोप है कि तमाम कोशिशों को बाद भी उनको अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया। शुक्रवार की दोपहर उनकी हालत बिगड़ गई। जेल के बैरक में ही जब वह बेदम होकर गिर पड़े और सांसें चलनी बंद हो गईं , तब जेल प्रशासन ने उनको आनन -फानन में एंबुलेंस से एसआरएन अस्पताल भिजवाया।

अस्पताल लाए जाने पर चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया। उनके पुत्र वैभव मिश्र, विभव मिश्र और ऋतुराज मिश्र ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए इस घटना की जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है, ताकि सचाई सामने आ सके। 70 वर्षीय प्रकाश चंद्र का शनिवार को दारागंज घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।

प्रयागवाल सभा के अध्यक्ष के निधन पर तीर्थपुरोहितों ने  जताया शोक
तीर्थ पुरोहित प्रयागवाल समाज के पदाधिकारियों की शुक्रवार को हुई बैठक में प्रयागवाल सभा के अध्यक्ष डॉ. प्रकाश चंद्र मिश्र के निधन पर शोक जताया गया। इस दौरान तीर्थ पुरोहितों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए गहरा शोक संवेदना व्यक्त किया। अंत में दो मिनट का मौन रखकर मां त्रिवेणी से उनकी पुण्य आत्मा को सद्गति प्रदान करने की प्रार्थना की गई। शोक जताने वालों में श्रवण कुमार शर्मा, हरिजगन्नाथ शास्त्री, रामकृष्ण तिवारी, माधवानंद शर्मा, अमितराज वैद्य, संवरिया पांडेय, असीम भारद्वाज, मनोज शर्मा शामिल थे। अध्यक्षता संस्था के संरक्षक चंद्रनाथ चकहा मधु ने की।

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