राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बेहद महत्वपूर्ण बैठक आज से हरियाणा में शुरू हो गई है। पानीपत के समालखा एरिया में हो रही मीटिंग में RSS प्रमुख डॉ. मोहन भागवत समेत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पहुंच गए हैं।
ये मीटिंग 14 मार्च तक चलेगी। वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले RSS की टॉप लीडरशिप की यह आखिरी बड़ी मीटिंग हो रही है। इस लिहाज से इसमें संघ और BJP के बीच को-ऑर्डिनेशन का काम करने वाले कुछ चेहरे बदले जा सकते हैं। इसके अलावा RSS के कुछ लोगों की जिम्मेदारियां बदलने का फैसला भी इसमें हो सकता है।
इस मीटिंग की अहमियत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि RSS प्रमुख डॉ. मोहन भागवत 4 दिन पहले ही समालखा पहुंच गए। उन्होंने 4 दिन समालखा एरिया के पट्टीकल्याणा गांव में खासतौर पर इस मीटिंग के लिए बनाए गए सेंटर में संघ के प्रमुख चेहरों से विचार-मंत्रणा की।
अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (ABPS) की इस वार्षिक बैठक में देशभर से RSS के 1400 स्वयंसेवक शामिल होंगे। इनमें सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत व सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले के साथ सभी सह सरकार्यवाह, RSS की अखिल भारतीय कार्यकारिणी, क्षेत्रीय व प्रांतीय कार्यकारिणी, संघ के निर्वाचित प्रतिनिधि और सभी विभाग प्रचारकों के साथ-साथ संघ के ही 34 अलग-अलग संगठनों के चुनिंदा निमंत्रित स्वयंसेवक शामिल होंगे।
अगले वर्किंग प्लान पर चर्चा
मोहन भागवत 10 दिन के हरियाणा प्रवास पर हैं और इस 3 दिवसीय मीटिंग की सारी रूपरेखा 4 दिन पहले ही तय हो गई थी। RSS के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र ने बताया कि इस बेहद महत्वपूर्ण मीटिंग में 14 मार्च तक लगातार डिस्कशन के दौर चलेंगे। इस दौरान संघ के वर्ष 2022-2023 के कामकाज की समीक्षा के साथ-साथ अगले साल यानि 2023-2024 के वर्किंग प्लान पर भी चर्चा होगी।
RSS की स्थापना के 100 साल पूरे होने का प्लान
वर्ष 2025 में RSS की स्थापना के 100 साल पूरे होने जा रहे हैं। RSS के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील अंबेडकर ने बताया कि प्रतिनिधि सभा की मीटिंग में शताब्दी वर्ष को लेकर विशेष चर्चा होगी। वर्ष 2025 तक नए लोगों को RSS से जोड़ने का टारगेट सामने रखते हुए वर्ष 2023-24 का वर्किंग प्लान बनाने पर चर्चा होगी।
महर्षि दयानंद की 200वीं जयंती की तैयारी
वर्ष 2024 में महर्षि दयानंद की 200वीं जयंती है। भगवान महावीर स्वामी का 2550वां निर्वाण वर्ष भी आ रहा है। इन दोनों पर भी मीटिंग में विशेष वक्तव्य जारी किए जाएंगे। स्वयंसेवकों की भर्ती, ट्रेनिंग के अलावा संघ के शिक्षा वर्ग, शताब्दी विस्तार के साथ-साथ देश की मौजूदा स्थिति पर विचार-मंथन किया जाएगा। मीटिंग के दौरान अहम विषयों पर प्रस्ताव भी पास किए जाएंगे।
सुनील अंबेडकर ने कहा कि संघ की रीढ़ शाखाएं हैं और शाखाएं ही सामाजिक बदलाव का केंद्र है। शाखाओं के दौरान स्वयंसेवक बदलते सामाजिक हालात की स्टडी करते हुए विषयों का चयन करते हैं। समाज को स्वावलंबी बनाने, समाज में सामाजिक समरसता कायम करने, पर्यावरण संरक्षण और अमृतकाल के तहत देशभर में क्या काम किए जाएं, ये सबकुछ स्वयंसेवक शाखाओं के जरिये ही चलाते हैं।
हरियाणा में 12 साल बाद इतनी बड़ी मीटिंग
हरियाणा में RSS की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की मीटिंग 12 साल बाद हो रही है। हरियाणा में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं। वर्ष 2014 में हरियाणा में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने वाली BJP 2019 के चुनाव में बहुमत लायक सीटें नहीं जीत पाई और उसे सरकार बनाने के लिए जननायक जनता पार्टी (JJP) जैसे नए दल का सहारा लेना पड़ गया। 2019 में ही अस्तित्व में आने वाली JJP का वह पहला ही चुनाव था। 2019 से ही BJP को हरियाणा में अपनी लोकप्रियता घटती नजर आ रही है।