उमेश पाल हत्याकांड प्रयागराज पुलिस के लिए बड़ा चैलेंज बना हुआ है। पहचान के बावजूद 8 दिन बाद भी इस हत्याकांड के 5 शूटरों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। इनमें अतीक अहमद का बेटा असद भी शामिल है। इस हत्याकांड में पुलिस ने 27 फरवरी को एक अरबाज को एनकाउंटर में मार गिराया है।
दावा किया गया था कि अरबाज शूटरों को कार से घटनास्थल पर ले गया था। फिर वारदात के बाद वापस चकिया में उनको छोड़ा था। सुलेमसराय के नेहरू पार्क के पास उसका एनकाउंटर किया गया था। वहीं दूसरी कार्रवाई में मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल से सदाकत खान को गिरफ्तार किया गया था। इसी के कमरे में हत्याकांड का षडयंत्र रचा गया था।
सूत्रों के मुताबिक, क्राइम ब्रांच और STF की रडार पर 20 हजार मोबाइल नंबर हैं। अतीक अहमद गैंग से जुड़े 150 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा चुकी है। लेकिन, अब तक कुछ भी ठोस नहीं मिला है। कुछ इनपुट मिले हैं कि बदमाश वादरात के बाद दो घंटे तक प्रयागराज में ही थे। फिर यह बात सामने आई कि बदमाश फॉव्चूर्यनर से भागे हैं। फिलहाल, पुलिस की तरफ से कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं दी गई है।
उमेश पाल और उनके दो गनर की हत्या में जिन 5 शूटरों की पहचान हुई है। उनमें अतीक का बेटा असद, शूटर गुडूड मुस्लिम, शूटर गुलाम, शूटर साबिर और शूटर अरमान हैं। हत्याकांड में इन सभी का वीडियो साफ दिख रहा है। प्रयागराज पुलिस ने सभी शूटरों पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया है।
बुल्डोजर एक्शन पर फोकस
क्राइम ब्रांच और एटीएफ जहां हत्याकांड में शामिल शूटरों की तलाश में जुटी है। वहीं, प्रशासन और लोकल पुलिस का फोकस बुल्डोजर एक्शन पर है। अब तक अतीक के परिवार समेत उनके 3 करीबियों पर बुल्डोजर एक्शन हो चुका है। 1 मार्च को शाइस्ता परवीन के चकिया के जिस घर में रहती थीं पुलिस ने उसे ध्वस्त करा दिया। यह घर जफर अहमद के नाम था। फिर 60 फीट रोड पर सफदर के मकान पर बुलडोजर चला। 3 मार्च को मासूकउद्दीन के घर को जमींदोज किया गया। यह अतीक का फाइनेंसर बताया जा रहा है।
उमेश की हत्या में अतीक की पत्नी का नाम है शामिल
माफिया पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन पर हत्या की साजिश के अलावा ठगी और आर्म्स एक्ट समेत चार मुकदमा दर्ज है। शाइस्ता पर आरोप है कि उसने गुजरात जेल में बंद अपने पति अतीक, बरेली जेल में बंद देवर अशरफ और बेटे के साथ मिलकर उमेश पाल की हत्या कराई है।
जानिए, कौन हैं पांच शूटर
1. अतीक का बेटा असद: माफिया अतीक का बेटा असद उमेश पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। 50 हजार का इनामी असद सीसीटीवी फुटेज में उमेश पाल को गोली मारते हुए नजर आ रहा है। इस पर इनाम की राशि बढ़ाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। यह अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है।
2. बमबाज शूटर गुड्डू मुस्लिम: उमेश पाल की हत्या के दौरान गुड्डू मुस्लिम झोला में बम निकालकर फेंकता हुआ दिख रहा है। लाला का सराय निवासी गुड्डू मुस्लिम के खिलाफ जौनपुर, सुल्तानपुर और प्रयागराज में कुल 20 मुकदमे दर्ज हैं। 2005 में हुए राजू पाल मर्डर केस में वह आरोपी रहा। बम बनाने और फेंकने का एक्सपर्ट है। पुलिस की पकड़ से बाहर है।
3. शूटर गुलाम: उमेश पाल की हत्या में गुलाम टोपी पहनकर पिस्टल से फायरिंग करते हुए साफ दिख रहा है। गुलाम पर शिवकुटी के मेंहदौरी निवासी गुलाम पुत्र मकसूदन के खिलाफ शिवकुटी में जानलेवा हमला और धूमनगंज में उमेश पाल की हत्या का केस दर्ज है। गुलाम की फोटो पूर्व भाजपा विधायक समेत अन्य नेताओं के साथ वायरल है। फरार है।
4. शूटर साबिर: सल्लाहपुर पूरामुफ्ती का रहने वाला साबिर का आपराधिक इतिहास पुलिस के पास नहीं है। उमेश पाल पर राइफल से साबिर ने गोलियां चलाई थी। साबिर एनकाउंटर में मारे गए अरबाज के गांव का रहने वाला है। यह भी फरार है।
5. शूटर अरमान: गया, बिहार का रहने वाला अरमान सिविल लाइंस में रहता था। वह टोपी लगाकर उमेश पाल और गनर पर पिस्टल से फायरिंग करता है। सिविल लाइंस पुलिस ने उसे तमंचा रखने के आरोप में पहले भी जेल भेजा था। यह फरार है।
लापता अतीक के बेटों का पता चला, पुलिस बोली-बाल सुधार गृह भेजा
उधर, अतीक के दो नाबालिग बेटों का शनिवार शाम पता चल गया है। प्रयागराज पुलिस ने सीजेएम कोर्ट में बताया कि एजम और अबान खुल्दाबाद पुलिस टीम को चकिया में टहलते हुए मिले थे। दोनों को पकड़कर 2 मार्च को ही बाल सुधार गृह में भेज दिया था। इसके पहले गुरुवार यानी 2 मार्च को धूमनगंज थाने की पुलिस ने एजम और अबान के बारे में किसी भी तरह की जानकारी होने से इंकार कर दिया था।
दरअसल, अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने 27 फरवरी को कोर्ट में प्रार्थना पत्र लगाया था। इसमें कहा था 24 फरवरी को धूमनगंज पुलिस दोनों बेटों को घर से उठा ले गई थी। लेकिन, तीन दिन बाद भी उनके बारे में कोई जानकारी नहीं दी।
अशरफ की पत्नी और बेटी कहां हैं? अभी यह सवाल बना हुआ है
अतीक के भाई अशरफ के ससुर ने भी सीजेएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। इसमें धूमनगंज पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा था कि पुलिस ने उनकी बेटी और नाती को उठाया था। लेकिन, अब कोई जानकारी नहीं दे रही है। इस मामले में भी धूमनगंज पुलिस ने कहा था कि उन्होंने अशरफ की पत्नी जैनब और उनकी बेटी को नहीं उठाया।
जानिए, कब क्या हुआ?
- 24 फरवरी: धूमनगंज के जयंतीपुर में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की गोली मारकर दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी।
- 25 फरवरी : अतीक अहमद, अशरफ, शाइस्ता, अतीक के बेटों, गुलाम, साबिर समेत 9 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया। घटना में प्रयुक्त कार चकिया से बरामद हुई थी।
- 26 फरवरी : गोरखपुर से सदाकात खान पकड़ा गया। इसके मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल के कमरे में ही हत्याकांड की पूरी रणनीति बनाई गई थी।
- 27 फरवरी : हत्याकांड में शूटर जिस कार में बैठकर घटनास्थल तक गए थे उसे चलाने वाले अरबाज को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया।
- 28 फरवरी : ईट ऑन के मालिक नफीस अहमद को पुलिस ने पकड़ा। हत्या में शामिल क्रेटा नफीस की ही थी।
- 01 मार्च : शाइस्ता चकिया के जिस घर में रहती थीं पुलिस ने उसे ध्वस्त करा दिया। यह घर जफर अहमद का था।
- 02 मार्च : हत्याकांड में घायल गनर राघवेंद्र की SGPGI में मौत हो गई। 60 फीट रोड पर सफदर के मकान पर बुलडोजर चला। वह अतीक का करीबी था।
- 03 मार्च : पीडीए ने पुरामुफ्ती के असरौली में मासूकउद्दीन के घर को जमींदोज किया गया। यह अतीक का फाइनेंसर बताया जा रहा है।