सऊदी अरब ने हज यात्रा पर कोरोना के दौरान लगाई गई पाबंदियों को हटा दिया है। साथ ही हज के लिए उम्र की सीमा भी हटा दी गई है। यानी अब हर उम्र का व्यक्ति हज यात्रा पर जा सकेगा। जायरीनों की सीमा से भी प्रतिबंध हटा दिया गया है। ये पाबंदियां कोरोना से बचने के लिए लगाई गई थीं।
2019 में 25 लाख, तो 2020 में केवल एक हजार हज यात्री पहुंचे थे
सऊदी अरब के हज और उमराह मिनिस्टर तौफीक अल-रबिया ने बताया कि 2023 में हज यात्रा करने वाले लोगों की संख्या कोरोना के पहले जैसी ही होगी। अरब न्यूज के मुताबिक 2019 में दुनियाभर के 25 लाख लोगों ने हज यात्रा की थी। कोरोना के चलते 2020 में ये संख्या घटकर एक हजार रह गई थी। कोरोना में केवल वही लोग हज कर सकते थे, जो सऊदी अरब के मूल निवासी हों और जिनकी उम्र 20 से 50 साल के बीच हो।
2021-22 में फुली वैक्सीनेटेड 10 लाख लोगों ने हज यात्रा की
वहीं 2021 में कुछ और पाबंदियों के साथ 60 हजार लोगों को हज करने की इजाजत दी गई थी। ये सभी सऊदी के नागरिक थे। इन्होंने कोरोना के खिलाफ वैक्सीन की दोनों डोज भी ली थीं। 2022 में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को हज करने की इजाजत मिली थी, लेकिन पहले के मुकाबले इनकी संख्या कम थी। इस दौरान कुल 10 लाख लोग हज यात्रा में शामिल हुए थे।
इस साल हज के लिए ऑनलाइन एप्लिकेशन शुरू
हाल ही में 5 जनवरी को अल-रबिया ने बताया कि अब लोग हज के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। आवेदन 15 फरवरी तक किया जा सकता है। इसके लिए यात्रियों के पास जुलाई के मध्य तक वैध राष्ट्रीय या निवासी पहचान पत्र होना चाहिए। साथ ही कोरोना और मौसमी इन्फ्लुएंजा का वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट धार्मिक स्थल पहुंचने के 10 दिन पहले का होना है। हज यात्री सीधे हज मिनिस्टरी की वेबसाइट पर जाकर अप्लाय कर सकते हैं। एक से ज्यादा आवेदन के लिए एक ही मोबाइल नंबर यूज न करने को कहा गया है।
वीजा की अवधि बढ़ी, मक्का से मदीना तक ट्रेन चालू होगी
- इस साल सऊदी हज पर जाने वाले मुसाफिरों को कई बड़ी सुविधाएं दे रहा है। उमराह वीजा की अवधि 30 दिन से बढ़ाकर 90 दिन कर दी गई है। इस वीजा पर आने वाले लोग देश के किसी भी शहर का सफर कर पाएंगे।
- दुनियाभर की हज एजेंसियों को ऐसे कंपनी के साथ काम कर सकेंगे, जो अपने देश के हज यात्रियों को सुविधाएं मुहैया कराने की परमिट धारक हों।
- मस्जिद नबवी और मस्जिद अल हरम के यात्रियों की सहूलियत के लिए 64 बिलियन रियाल का निवेश किया जा रहा है। इससे हरमैन एक्स्प्रेस ट्रेन को चालू किया जाएगा। यह ट्रेन मक्का से मदीना तक का सफर दो घंटे में तय करेगी।
- हज पैकेज की रकम तीन किश्तों में दे सकते हैं। अपनी सीट रिजर्व करने के लिए पूरी रकम का 20% जमा करना होगा। डाउन पेमेंट रजिस्ट्रेशन करने के 72 घंटे के भीतर करना होगा। बाकी बची 80% रकम दो किश्तों में देनी होगी।
2023 में भारत से इतिहास के सबसे ज्यादा हज यात्री
इस साल सऊदी अरब ने भारत के लिए हज कोटा बढ़ा दिया है। इंडियन ऐंबैसी के एक ट्वीट के मुताबिक, इस बार एक लाख 75 हजार 25 भारतीय हज करने जाएंगे। ये किसी भी देश के लिए अब तक का सबसे ज्यादा कोटा है। 2019 में एक लाख 40 हजार भारतीयों ने हज यात्रा की थी। इसके पहले 2010 में एक लाख 26 हजार लोगों ने हज के लिए रजिस्ट्रेशन किया था।