ज चुकी हैं। इस काम के लिए उन्हें 2022 का प्रतिष्ठित डायना अवॉर्ड भी दिया गया है।
हफ्तेभर में 200 बुजुर्गों को लिखी चिट्ठियां
श्रेया बताती हैं कि हमें लगा कि चिटि्ठयों से हम अकेलेपन से जूझ रहे बुजुर्गों में सकारात्मकता ला सकते हैं। उन्होंने वृद्धाश्रम और केयर होम में रहने वाले बुजुर्ग लोगों को चिट्ठी, आर्टवर्क और पॉजिटव मैसेज भेजना शुरू कर दिए। जल्द ही वे बुजुर्गों में लोकप्रिय हो गईं। श्रेया कहती हैं, ‘हफ्तेभर में ही हम 200 से ज्यादा वरिष्ठ नागरिकों को चिटि्ठयां लिख चुके थे। तब हमें मदद की जरूरत महसूस होने लगी थी।
वहीं, जिन लोगों को ये चिटि्ठयां मिलीं, उनकी जिंदगी और जीने के मायने बदल गए। इस दौरान हमें पता चला कि ये बुजुर्ग न सिर्फ चिटि्ठयां संभालकर रखते हैं, बल्कि दूसरों को दिखाते भी हैं। वे अपने घरों में इन्हें सजाते हैं, इन्हें बार-बार देखते हैं और पढ़कर इनसे प्रेरणा लेते हैं।’
दोनों बहनों का अभियान सफल रहा। शुरुआती दो महीनों में ही अमेरिका के 11 राज्यों में इनकी चिटि्ठयां उम्मीद जगाने लगी थीं। पत्रों की बढ़ती मांग को देखते हुए, अप्रैल-2020 में इन्होंने लेटर अंगेस्ट आइसोलेशन शुरू करने का फैसला लिया।
संस्था के दुनियाभर में 40 हजार से ज्यादा वॉलंटियर
अब इस संस्था के दुनियाभर में 40 हजार से ज्यादा वॉलंटियर हैं। इन्हीं के जरिए अकेले रह रहे बुजुर्गों की जानकारी मिलती है। अमेरिका के अलावा ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और इजराइल में 10 लाख से ज्यादा, वहीं अन्य देशों में पांच लाख बुजुर्ग चिटि्ठयां पाकर सकारात्मकता महसूस कर रहे हैं।
श्रेया कहती हैं,‘भले ही वैक्सीनेशन ने बुजुर्गों को घुलने-मिलने और बातचीत की आजादी दी है। पर अकेलेपन का मुद्दा कायम है। यह ऐसी महामारी है, जो कोरोना से पहले भी हमारे बीच मौजूद थी और आगे भी बनी रहेगी।ट
इस पहल के बाद श्रेया और सेफ्रॉन देश-दुनिया में चर्चित हो गई हैं। वे अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की उद्घाटन समिति के कार्यक्रम के लिए मेजबानी कर चुकी हैं। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने भी इन्हें आमंत्रित कर चुकी है। यह संस्था तेजी से ऊंचाई पर जा रही है। हाल ही में इन्होंने एक स्टैम्प फंड लॉन्च किया है, ताकि वॉलेंटियर्स को पैसों की समस्या न झेलनी पड़े और वे बुजुर्गों को लगातार चिटि्ठयां लिखते रहें।
श्रेया को मिला डायना अवार्ड
इस अनूठे अभियान को द न्यूयॉर्क टाइम्स, वॉशिंगटन पोस्ट जैसे दुनिया के 25 शीर्ष वैश्विक अखबारों ने सराहा है। जॉनसन एंड जॉनसन जैसी बड़ी कंपनियां अब दोनों बहनों के साथ कार्यक्रम आयोजित करती है। समाज के लिए इस अभूतपूर्व योगदान के चलते श्रेया पटेल को 2022 का डायना अवॉर्ड दिया गया है। प्रिसेंस डायना की याद में हर साल ये अवॉर्ड उन बच्चों और युवाओं को दिया जाता है, जिन्होंने समाज के लिए कुछ बेहतर किया है।