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इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ भवन पर हमेशा लगा रहता है लॉक, बवाल के बाद 40 पर FIR

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गेट का ताला बना बवाल का कारण:इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ भवन पर हमेशा लगा रहता है लॉक, बवाल के बाद 40 पर FIR

 

 

पूरब का ऑक्सफोर्ड कहा जाने वाला इलाहाबाद यूनिवर्सिटी एक बार फिर सुर्खियों में है। यहां छात्रसंघ चुनाव और फीस वृद्धि के साथ-साथ बवाल का प्रमुख कारण है छात्रसंघ भवन के गेट पर लगा ताला। यहां के छात्र काफी समय से इस गेट को खोलने की मांग कर रहे हैं, लेकिन इलाहाबाद यूनिवर्सिटी प्रशासन इस गेट को खोलने काे राजी नहीं है।

 

छात्रसंघ भवन के बगल में ही स्टेट बैंक भी है। रविवार को भी गेट पर लगा ताला ही बवाल का कारण बन गया। यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र नेता और कांग्रेस के प्रदेश सचिव विवेकानंद पाठक बैंक में KYC जमा करने जा रहे थे। वहां गेट पर मौजूद गार्डों ने गाड़ी रोक दी। इसके बाद विवाद बढ़ गया और मारपीट और फायरिंग हुई। छात्रों ने विश्वविद्यालय के अंदर तोड़फोड़ और आगजनी जैसी घटनाओं को अंजाम दिया। देर रात 40 सुरक्षाकर्मियों पर FIR दर्ज की गई है।

 

छात्रों ने कई 15 गाड़ियों में आग लगा दी।

छात्रों ने कई 15 गाड़ियों में आग लगा दी।

गार्डों ने मुझे बुरी तरह से पीटा: विवेकानंद

पूर्व छात्रनेता विवेकानंद पाठक के सिर में चोटें आई हैं। उन्होंने कहा, “गार्डों ने मुझे बुरी तरह से मारा-पीटा है। फायरिंग की गई है। दरअसल, जब विवेकानंद पाठक से विवाद और मारपीट हुई तो वहां ज्यादा मौजूद नहीं थे। गार्डों की संख्या ज्यादा थी। गार्डों को यह अंदेशा नहीं था कि इस विवाद के बाद का परिणाम क्या होगा। करीब एक घंटे के अंदर सभी हॉस्टल और आसपास के सैकड़ों छात्र विश्वविद्यालय पहुंच गए। चक्का-जाम कर दिया और अंदर घुस गई। कई बाइक जला दीं तो कई कारें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। जिलाधिकारी संजय खत्री, पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा समेत जिले भर की फोर्स यहां मुस्तैद रही।”

 

करीब चार घंटे तक जारी रहा बवाल।

करीब चार घंटे तक जारी रहा बवाल।

प्रियंका गांधी ने भाजपा सरकार को घेरा

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में हुए बवाल के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा सरकार को घेरा है। उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट किया, “ इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रों पर प्रशासन का हिंसक और क्रूरतापूर्ण हमला बेहद निंदनीय है। इस बर्बरतापूर्ण कार्रवाई में पूर्व छात्र नेता एवं हमारे महासचिव विवेकानंद पाठक पर विश्वविद्यालय के हथियारबंद गार्डों द्वारा सुनियोजित तरीके से जानलेवा हमला किया गया। युवा विरोधी भाजपा सरकार ने पहले फीस बढ़ाई फिर जब छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया तो विश्वविद्यालय में अघोषित आपाताकाल घोषित कर दिया गया। हमारी मांग है कि तत्काल फीस वृद्धि वापस ली जाए, छात्रों की मांग स्वीकार की जाए और छात्रों का दमन बंद किया जाए।”

 

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में बवाल के बाद तैनात पुलिस फोर्स।

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में बवाल के बाद तैनात पुलिस फोर्स।

सुरक्षाकर्मियों समेत 40 पर FIR दर्ज

छात्रों के आंदोलन के बाद सुरक्षाकर्मी ताराचंद्र पांडेय, प्रभाकर, एमके पांडेय समेत करीब 40 अज्ञात लोगों पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। जिलाधिकारी ने छात्रों को आश्वासन दिया है कि वह निष्पक्षता से मामले की जांच कराएंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। इसके बाद छात्र शांत हुए। आज मंगलवार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से विश्वविद्यालय को बंद करा दिया गया है। लेकिन छात्र आज छात्रसंघ भवन पर जुटेंगे। छात्र नेता अजय यादव सम्राट ने कहा, कि छात्रों की आवाज दबाना चाहता है विश्वविद्यालय प्रशासन। यूनिवर्सिटी प्रशासन के इशारे पर ही आज गोली चलाई गई है।

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