मरीजों की सुविधा के लिए जिले के आठ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में लगाई गईं जांच मशीनें (हेल्थ एटीएम) पैथोलॉजी जांच किट नहीं मिलने की वजह से बेकार साबित हो रही हैं। लगाते समय दावा किया गया था कि मशीन से 56 तरह की जांच हो सकेगी। फिलहाल बीपी-शुगर जैसी सामान्य जांचें ही हो पा रही हैं। मरीजों को मजबूरी में महंगी जांचें निजी लैब से करानी पड़ रही हैं।
चरगांवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 14 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच मशीन (हेल्थ एटीएम) का उद्घाटन किया था। तब उन्होंने कहा था कि अब लोगों को 56 तरह की जांच कराने के लिए कहीं भटकना नहीं पड़ेगा। बताया जा रहा है कि मशीन उपलब्ध कराने वाली कंपनी की तरफ से जांच किट नहीं दी गई है। यही नहीं, कंपनी की ओर से एक भी कर्मचारी को प्रशिक्षित भी नहीं किया गया है।
चरगांवा के चंद्रशेखर चौरसिया ने बताया कि जांच मशीन से अब तक खून की जांच की सुविधा नहीं मिली है। मशीन लगने के बाद शुगर, बीपी, वजन जैसी सामान्य जांचें हो पा रही हैं। गुलरिहा के प्रमोद कुमार ने बताया कि जांच के लिए निजी केंद्रों पर जाना पड़ रहा है। सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि मशीन को चलाने की जानकारी आम आदमी को नहीं दी जा रही है।
मशीन से होनी वाली जांचें
इन केंद्रों पर लगी है जांच मशीन
चरगांवा पीएचसी के अलावा पीपीगंज, महावीर छपरा, डेरवा, सरदारनगर, उरुवा, खजनी और खोराबार में जांच मशीनें (हेल्थ एटीएम) लगाई गई हैं।
सीएमओ डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने कहा कि गोरखपुर जिले के आठ स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच मशीनें लगाई गई हैं। इन केंद्रों पर मशीनों से सामान्य जांचें हो रही हैं। अब तक कंपनी की तरफ से पैथोलॉजी जांच के लिए किट नहीं मिली है। किट मिलते ही जांच शुरू की जाएगी।