करोड़ों रुपये के सिंचाई घोटाले में मंगलवार को विजिलेंस द्वारा समन किए जाने के बाद भी सीनियर अकाली नेता शरणजीत सिंह ढिल्लों और पूर्व मुख्य सचिव सर्वेश कौशल अदालत में पेश नहीं हुए। विजिलेंस के एआईजी मनमोहन शर्मा ने बताया कि उनकी तरफ से दोनों को समन भेजे गए थे। यहां तक उनके व्हाट्सएप पर भी मैसेज छोड़ा गया था। शरणजीत सिंह ढिल्लों की तरफ से जवाब आया है कि वह किसी काम में व्यस्तहैं , इसलिए वह शुक्रवार को उनके समक्ष पेश हो जाएंगे जबकि सर्वेश कौशल पहले से ही विदेश में हैं।
इससे पहले इस मामले में पूर्व आईएएस अधिकारी काहन सिंह पन्नू से विजिलेंस पूछताछ कर चुकी है। उनकी तरफ से अपना जवाब विजिलेंस के सामने दाखिल कर दिया गया था। विजिलेंस ब्यूरो द्वारा अगस्त 2017 में गिरफ्तार घोटाले के मुख्य आरोपी ठेकेदार गुरिंदर सिंह ने शपथ पत्र देकर कहा था कि सिंचाई घोटाले में तीन पूर्व आईएएस अधिकारी, दो पूर्व मंत्री और उनके निजी सचिव शामिल हैं। शपथ पत्र में ठेकेदार ने कहा कि काम दिलाने, बिल पास करने और टेंडर के नियम व शर्तों को उसके मुताबिक बनाने के लिए उक्त मंत्रियों, अफसरों ने उससे मोटी रकम हासिल की। इन बयानों के आधार पर विजिलेंस ने उक्त अफसरों और नेताओं से पूछताछ के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और चरणजीत सिंह चन्नी ने अनुमति मांगी थी।