गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय में चल रहा छात्र प्रेरणा कार्यक्रम शनिवार को हुआ। छह दिवसीय इस प्रेरणा कार्यक्रम में मानविकी संकाय के स्नातक, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा और पीएचडी छात्रों ने प्रतिभाग किया।
छात्र प्रेरणा कार्यक्रम के समापन दिवस पर आयोजित भारतीय कानून व्यवस्था और हॉस्टल नियमावली विषयक विशेष व्याख्यान हुआ। इस विशेष व्याख्यान में प्राचीन भारतीय इतिहास एवं पुरातत्व विज्ञान विभाग के एसोसिएट डॉ. दिलीप कुमार कुशवाह ने कहा कि भारतीय संविधान में प्रदत्त मूल अधिकारों की प्रायः चर्चा होती है, मगर अधिकारों के साथ नागरिकों को कर्तव्यों का बोध होना भी अनिवार्य होता है, क्योंकि बिना कर्तव्यों के पालन के अधिकारों का कोई औचित्य नहीं होता है।
प्रो. कुशवाह ने छात्रों को संविधान में प्रदत्त मौलिक कर्तव्यों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में संविधान की मूल भावना को समझना प्रत्येक छात्र के आवश्यक है तभी वह शिक्षा के माध्यम से एक जागरूक और समर्थ नागरिक बन सकता है। प्रो. कुशवाह ने मानविकी संकाय के नव प्रवेशित छात्रों को विश्वविद्यालय में हॉस्टल के नियमों में हॉस्टल में कक्ष आवंटन की पारदर्शी प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
छात्र प्रेरणा कार्यक्रम में डीन,छात्र कल्याण डॉ. अरुण कुमार ने विश्वविद्यालय में छात्रों की समस्याओं की निदान के लिए विभिन्न प्रकोष्ठों की जानकारी छात्रों ने प्रदान की।
संचालन डॉ. दीपक सिंह ने किया। कार्यक्रम में स्नातक,स्नातकोत्तर, डिप्लोमा एवं पीएचडी कोर्स वर्क के छात्रों ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर डॉ. अनुज कुमार, डॉ. नवीन पन्त,डॉ.मदन पाल ,डॉ. राम मोहन पाण्डेय सुनील कुमार आदि उपस्थित रहे।