उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद गाजीपुर के विधायक और नेताओं ने सैफई की दौड़ लगा दी। मुलायम सिंह के करीबी और कैबिनेट में मंत्री रहे पूर्व सांसद ओमप्रकाश सिंह ने सैफई पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। सैफई आवास पर रखे पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। भावुक ओपी ने कहा कि नेता जी योद्धा थे और हर लड़ाई जीते, पता नहीं जिंदगी की जंग इतनी जल्दी कैसे हार गए।
ओमप्रकाश सिंह ने मुलायम सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए हिन्दुस्तान से बातचीत में कहा कि धरती पुत्र का जाना एक राजनीतिक काल का अंत है। लोकनायक जेपी और डॉक्टर लोहिया के आदर्शों को विस्तार दिया। मुलायम सिंह यादव गरीब, पिछड़े, शोषित, दलित और संघर्षशीलों के नेता थे, सही मायने में हिन्दुस्तान में वह जन-जन के नेता थे। रक्षा मंत्री के रूप में उन्होंने एक मजबूत भारत के लिए काम किया, शहीद हुए हर सैनिक का पार्थिव आज उनके दरवाजे पहुंचता है तो मुलायम सिंह का मजबूत निर्णय था। उनके साथ संसद, विधानसभा समेत कई जगह रहा, आज सभी स्थान शून्य हो गए। जब-जब उन्हें कलम में ताकत मिली तब-तब वह गांव गरीब, किसान, जवान, नौजवान, शिक्षक के लिए खुलकर पक्ष में कार्य किया।