– प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मांग पत्र लिखने के बाद संस्था ने किया अभियान तेज
– सामूहिक हनुमान चालीसा से गूंजा कश्मीरीगंज का राममंदिर परिसर
काशीपुराधिपति की नगरी के अंतरगृही क्षेत्र में मांस और मदिरा पर प्रतिबंध लगाने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है। इसको लेकर शनिवार को अनोखे कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
आगमन सामाजिक संस्था और ब्रह्म सेना के पहल पर कश्मीरीगंज स्थित राम जानकी मंदिर में देव मूर्तियों के विधिपूर्वक पूजन अर्चन के बाद दर्जनों बटुकों ने पं0 राम भरत शास्त्री के अगुवाई में सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया। 13 बार के सामूहिक पाठ के बाद बटुकों ने जनजागरण यात्रा की शुरुआत की।
पदयात्रा के पूर्व विद्वान प्रो. चंद्रमौली उपाध्याय, काशी विद्वत परिषद के प्रो. राम नारायण द्विवेदी, बीएचयू के ज्योतिष विभाग के प्रो. विनय पांडेय और प्रो. सुभाष पांडेय ने नारियल फोड़ा। जिसके बाद हर हर महादेव के उदघोष के साथ बटुकों की दो टोली ने हाथों में नारा युक्त तख्ती और सनातनी झंडा लेकर काशी को मांस-मदिरा से मुक्त करने की आवाज बुलंद की। बटुकों ने काशी वासी करें पुकार, मांस-मदिरा मुक्त हो काशी दरबार…. और दिव्य काशी-पवित्र काशी, मांस-मदिरा मुक्त हो काशी…, के नारे से लोगों को जागरूक किया।
इस अभियान से ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़े इसके लिए पूरे राह पम्पलेट भी बांटे गये। नगर में 11 किलोमीटर चलने वाली यह श्री राम यात्रा राम मंदिर से शुरू होकर कबीर नगर, दुर्गाकुंड, गुरुधाम होते हुए वापस राम मंदिर पहुंची, जबकि दूसरा दल राममंदिर से गुरुधाम, सोनारपुरा, भेलुपूर, चेतमणि होते हुए राममंदिर पर समाप्त हुआ।
पवित्र काशी अभियान के संयोजक डॉ सन्तोष ओझा ने बताया कि हमारी मांग है कि योगी सरकार धर्म नगरी काशी के अंतर्गरही क्षेत्र में मांस और मदिरा के बिक्री पर रोक लगाए और सप्तपुरी में श्रेष्ठ मोक्ष नगरी काशी को मांस-मदिरा मुक्त क्षेत्र घोषित करें।
उल्लेखनीय है कि पवित्र काशी अभियान के सफलता के लिए आगमन सामाजिक संस्था और ब्रह्म सेना समर्थन में 50 हजार लोगों से शपथ पत्र भरवा रही है। जिसकी शुरुआत पवित्र मास सावन से किया गया है और अब तक दो हजार पत्र प्राप्त हो चुके हैं।