लखनऊ में समाजवादी पार्टी (सपा) कार्यालय के बाहर शनिवार को लगे एक पोस्टर ने राजनीतिक हलचल को तूल दे दिया है। सपा ने पोस्टर वार करते हुए भाजपा की 2024 लोकसभा चुनाव में सरकार जाने का दावा किया है। इस पोस्टर में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की तस्वीर एक साथ है और उस पर लिखा है कि ‘यूपी बिहार = गयी मोदी सरकार।’
लखनऊ में समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर लगा एक पोस्टर आज चर्चा का विषय बन गया है। सपा प्रवक्ता आईपी सिंह द्वारा लगवाए पोस्टर में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की तस्वीर है और इस पर लिखे शब्दों से भाजपा की केन्द्र व प्रदेश की सरकारों पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा है। पोस्टर में लिखा है कि ‘यूपी बिहार= गयी मोदी सरकार।’ सपा कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर सोशल मीडिया की सुर्खियों में छा गया है। उधर, इस पोस्टर वार को लेकर प्रदेश की सत्तादल भाजपा सरकार इसका तोड़ ढूंढने में जुट गई है।
पोस्टर वार करने वाले सपा प्रवक्ता आईपी सिंह ने अपने ट्वीटर हैंडल से पोस्ट कर कहा है कि ‘सपा, जदयू, राजद सभी दल समाजवादी विचारधारा के अग्रदूत हैं और नेताजी मुलायम सिंह यादव इन दलों के संयुक्त संरक्षक हैं। समाजवादियों ने पहले भी तानाशाही को उखाड़ फेंका है और अब भी आने वाली क्रांति के नायक समाजवादी ही होंगे।’
उल्लेखनीय है कि बिहार में नीतीश कुमार जब से भाजपा के गठबंधन से अलग हुए हैं तब से उप्र के विपक्षी दल सपा के साथ उनकी कई प्रकार की चर्चाएं देखी जा रही हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मुलाकात करने और उनके स्वास्थ्य संबंधी जानकारी लेने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल पहुंचे थे। इस दौरान वहां अखिलेश यादव भी मौजूद थे। इस दृष्टि से शनिवार को सपा कार्यालय के बाहर लगे नीतीश कुमार व अखिलेश यादव के तस्वीर वाले पोस्टर को लेकर बड़े सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।