शहीद ठाकुर रोशन सिंह के नाम पर अलोपीबाग फ्लाईओवर के नामकरण पर पेंच फंस गया है। अब ठाकुर रोशन सिंह के नाम पर इस फ्लाईओवर को नहीं जाना जा सकेगा। देश भर में आजादी का अमृत महोत्सव मनाए जाने के दौर में काकोरी कांड के नायक की स्मृतियों को यादगार बनाने में यह रोड़ा एक कानून अड़चन के तहत आया है।
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले/वतन पे मरने वालों का बाकी यही निशां होगा…। वतन पर कुर्बान होने वाले शहीदों की चिताओं पर मेले लगाने की कसमें खाई जाती रही हैं। लेकिन, संगम के शहर में काकोरी कांड के नायक शहीद ठाकुर रोशन सिंह की स्मृतियों को संजोने का कैसा सिला दिया गया, इसे जान कर कोई भी हैरान रह जाएगा।
शहीद ठाकुर रोशन सिंह के नाम पर अलोपीबाग फ्लाईओवर के नामकरण पर पेंच फंस गया है। अब ठाकुर रोशन सिंह के नाम पर इस फ्लाईओवर को नहीं जाना जा सकेगा। देश भर में आजादी का अमृत महोत्सव मनाए जाने के दौर में काकोरी कांड के नायक की स्मृतियों को यादगार बनाने में यह रोड़ा एक कानून अड़चन के तहत आया है। तहत नगर निगम प्रशासन ने अमर शहीद ठाकुर रोशन सिंह के नाम पर गीता निकेतन से जीटी रोड को जोड़ने वाले फ्लाईओवर का नामकरण करने का प्रस्ताव पारित किया था।
तर्क दिया गया है कि एसआरएन अस्पताल के गेट पर शहीद रोशन सिंह की प्रतिमा लगाई गई है। ऐसे में फ्लाईओवर उनके नाम पर नहीं किया जा सकता। उल्लेखनीय है काकोरी कांड में गिरफ्तारी के बाद शहीद रोशन सिंह को कभी मलाका जेल की काल कोठरी में रखा गया था। मलाका जेल तब जहां स्थित थी, वहीं अब स्वरूप रानी अस्पताल है।
शहीद ठाकुर रोशन सिंह के नाम पर अलोपीबाग फ्लाईओवर के नामकरण का प्रस्ताव अधर में लटक गया है। इस पर आपत्ति लगने के बाद उसे रोक दिया गया है। – अभिलाषा गुप्ता नंदी, महापौर।
आशा खबर / शिखा यादव