आध्यात्म और आस्था के संगम पावन गंगा तट सिमरिया घाट पर शुक्रवार को भी मुंडन की शुभ तिथि रहने के कारण लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस मौके पर बिहार के विभिन्न हिस्सों के अलावा नेपाल से भी बड़ी संख्या में लोग सिमरिया घाट पहुंचे तथा बच्चों का मुंडन संस्कार करवाया। इधर, भीड़ में गंगा स्नान के दौरान गहरे पानी में जाने से रोकने के बावजूद लोग मान नहीं रहे हैं, जिसके कारण सिमरिया में गंगा में डूबने से लगातार हादसा हो रहा है। आज भी घाट पर मौजूद गोताखोरों ने गहरे पानी में डूब रहे तीन लोगों की जान काफी कोशिश के बाद बचाई।
गोताखोर अनिल कुमार ने बताया कि शुक्रवार को मुंडन के लिए बड़ी संख्या में गंगा किनारे लोगों की भीड़ जुटी। हम सब मोटर बोट से गश्त करते हुए लोगों को गहरे पानी में जाने से रोक रहे थे। इसके बावजूद गहरे पानी में चले जाने से पैर फिसलने पर दरभंगा जिला के सिमरी माधोपुर निवासी तीन लोग डूबने लगे। नजर पड़ते ही अनिल, भरत, अमर, जाटो, सुनील, मनीष, सीताराम, शत्रुघन, कृष्ण, तेतर एवं सभापति के सहयोग से गंगा में डूब रहे वीणा देवी, पूनम कुमारी एवं विकास कुमार को सुरक्षित निकाल कर परिजनों को सौंप दिया है।
उल्लेखनीय है कि सिमरिया में पूर्व से रेल-सह-सड़क पुल था, उस पुल के एक तरफ सिक्स लेन सड़क पुल और दूसरी तरफ रेल पुल बन रहा है, जिसके कारण स्नान घाट की व्यवस्था और खराब हो गई है।
यहां से प्रत्येक वर्ष सरकार को पांच करोड़ से अधिक का राजस्व मिलता है, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर सीढ़ी सहित स्नान घाट को दुरुस्त करने की कोई व्यवस्था नहीं किए जाने के कारण यहां लगातार हादसा होते रहता है।