– प्रदेश के सभी जिलों में बिना भेदभाव के मिल रही बिजली
– मुख्यमंत्री ने 17 बिजली उपकेन्द्रों का किया लोकार्पण
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बिजली महोत्सव एवं ऊर्जा दिवस के अवसर पर 17 नगरीय 400/220/133 केवी पारेषण विद्युत उपकेन्द्रों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री ए.के.शर्मा और ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेन्द्र तोमर उपस्थित रहे। यह कार्यक्रम लोकभवन में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में विद्युत विभाग को आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को हमें प्राप्त करना है। इसलिए आने वाले 25 वर्षों में हम इतना उत्पादन करें कि हमें बिजली के लिए किसी के सामने हाथ न फैलाना पड़े। हमें अगले पांच वर्षों के दौरान हर घर तक बिजली पहुंचाने और उसकी आवश्यकता के अनुसार हमें बिजली आपूर्ति कराना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले बिजली आपूर्ति में भेदभाव होता था। केवल चार जिलों को बिजली मिलती थी, शेष 71 जिले बिजली आपूर्ति से प्रभावित होते थे। आज कोई वीआईपी जनपद नहीं है। प्रदेश के सभी जिलों में बिना भेदभाव के पर्याप्त बिजली मिल रही है। आज ग्रामीण क्षेत्रों में 16 से 18 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश में बहुत काम हुआ है। पिछले पांच वर्षों के दौरान 01 करोड़ 45 लाख परिवारों को विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराने का काम किया है।
ऊर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को गति देना है तो ऊर्जा उसके लिए बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बगैर पर्याप्त बिजली के कोई भी राष्ट्र व समाज आगे नहीं बढ़ सकता। जितने भी राष्ट्रों ने प्रगति की है, उसमें ऊर्जा का बहुत ही बहुमूल्य योगदान रहा है।आज दुनिया की सबसे बड़ी पावरग्रिड भारत में है।
ए.के. शर्मा ने कहा कि हमारे राज्य में ट्रांसमिशन के क्षेत्र में बहुत समस्याएं थी योगी के शासन में व्यवस्थाएं ठीक हो रही हैं। योगी सरकार ने पिछले 05 वर्षों में प्रदेश के लगभग डेढ़ करोड़ घरों को रोशन करने का काम किया।
ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेन्द्र तोमर ने कहा कि हमारी सरकार के प्रयत्नों से आज गांव-गांव बिजली पहुंची है, पहले जहां 24 घण्टे में से 08 घण्टे से ज्यादा बिजली नहीं आती थी और गांव देहातों के लोगों से बिजली बहुत दूर थी। अब सभी जगह पर्याप्त बिजली आपूर्ति की जा रही है।
आशा खबर / शिखा यादव