महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने बुधवार को राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी पर न्याय व्यवस्था का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि शिवसेना के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित होने के बावजूद राज्यपाल ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने का आदेश दिया है।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष पटोले ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव करवाए जाने के लिए महाविकास आघाड़ी सरकार ने राज्यपाल को अनुमति देने के लिए पत्र लिखा था। उस समय राज्यपाल ने सरकार को पत्र लिखकर कहा था कि इस चुनाव का विरोध मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने कोर्ट में किया है। इसलिए कोर्ट में मामला लंबित होने की वजह से वे विधानसभा के अध्यक्ष पद के चुनाव को अनुमति नहीं दे सकते हैं। पटोले ने कहा कि इस समय भी शिवसेना ने अपने 16 विधायकों पर कार्रवाई शुरू की थी। इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई 12 जुलाई को तय किया है और विधानसभा को यथास्थिति बनाए रखने का मौखिक आदेश दिया था। इसके बाद भी राज्यपाल ने भाजपा की मांग पर तत्काल जल्दबाजी में विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का आदेश जारी किया है। राज्यपाल का यह कदम लोकतंत्र के लिए घातक है।