राजस्थान के गृह राज्यमंत्री राजेन्द्र यादव और पुलिस महानिदेशक एम.एल. लाठर ने दावा किया है कि उदयपुर में मंगलवार को हुई कन्हैयालाल तेली की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपितों का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है।
पुलिस महानिदेशक लाठर ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि हत्याकांड में शामिल एक आरोपित गौस मोहम्मद ने वर्ष 2014 में कराची की यात्रा की थी और उसका संबंध दावत ए इस्लामी संगठन से रहा है।
गृह राज्यमंत्री राजेंद्र यादव ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि यह मामला दो धर्मों की लड़ाई का नहीं, बल्कि आतंकी घटना का है। दोनों आरोपितों में से एक आरोपित गौस मोहम्मद साल 2014-15 में 45 दिन कराची ट्रेनिंग लेकर आया है। साल 2018-19 में भी गौस मोहम्मद अरब देशों में गया था और पिछले साल नेपाल में भी इसकी लोकेशन सामने आई है। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच आतंकी घटनाओं की जांच करने वाले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इस घटना को अंजाम देने वाले दोनों आरोपितों गौस मोहम्मद और रियाज मोहम्मद लगातार पाकिस्तान में बैठे लोगों के संपर्क में थे और दोनों ही पाकिस्तान के आधा दर्जन से ज्यादा नंबरों पर लगातार बात कर रहे थे।
यादव ने बताया कि एसआईटी और पुलिस ने जो जानकारी उपलब्ध करवाई है, उसके अनुसार दोनों आरोपितों के अभी अन्य कनेक्शन राजस्थान में होने की आशंका है। ऐसे में कुछ और लोग भी जांच एजेंसियों के रडार पर हैं। उनका कहना है कि उदयपुर में हुई घटना विदेशों में बैठी आतंकी ताकतों की हमारी शांति को खराब कर हिंदू-मुस्लिम के बीच दंगे करवाने की सोची समझी साजिश थी। यादव ने कहा कि इस घटना को इंटेलीजेंस का फेल्योर नहीं माना जा सकता, क्योंकि यह एक अचानक हुई घटना है। गृह राज्यमंत्री यादव ने कहा कि राजस्थान की धरती पर किए गए इस जघन्य अपराध की सजा फांसी से कम नहीं होगी।