पश्चिमी कोलंबियाई शहर तोलुआ की एक जेल में मंगलवार को आग लगने से 51 कैदियों की मौत हो गई और 24 अन्य घायल हो गए। घायलों में गार्ड्स भी शामिल हैं। यह हादसा तब हुआ, जब कैदियों ने दंगा करने के बाद गद्दों में आग लगा दी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार तड़के क्षमता से ज्यादा कैदियों से ठसाठस भरी कोलंबियाई जेल के अंदर आग लग गई। कोलंबिया के न्याय मंत्री विल्सन रुइज ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि लगभग 2 बजे (स्थानीय समयानुसार) कैदियों के बीच लड़ाई छिड़ गई। एक कैदी ने विवाद के दौरान एक गद्दे में आग लगा दी। इसके बाद आग की लपटें पूरे जेल में फैल गईं।
रुइज ने कहा, ‘आग की लपटें बहुत तेज थीं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दमकलकर्मियों के आने का इंतजार करना पड़ा।’ उन्होंने कहा, ‘इस जेल में कैदी या तो मामूली सजा काटते हैं या अपनी कैद के आखिरी कुछ महीनों में रहते हैं। कोलंबिया की जेलों में इस समय बहुत भीड़भाड़ है। औसतन, अधिकांश में क्षमता से 20 प्रतिशत अधिक कैदी हैं।
रुइज ने कहा कि जिस जेल में आग लगी थी, वहां क्षमता से 17 प्रतिशत अधिक कैदी रह रहे हैं। उल्लेखनीय है कि मार्च 2020 में बोगोटा के पिकोटा जेल में हुए दंगे में 24 कैदियों की मौत हो गई थी। यह कैदी कोरोनो उपायों का विरोध कर रहे थे। पिछले साल ब्राजील की एक जेल में भी 50 से अधिक कैदी मारे गए थे। इनमें से 16 का सिर काट दिया गया था। 2018 में वेनेजुएला की एक जेल में लगी आग में कई लोग मारे गए थे।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल