लखनऊ के चारबाग क्षेत्र में दूधमंडी एवं सब्जी मंडी मार्ग पर सैकड़ों मकानों में पीने की दूषित पानी की सप्लाई हो रही है। जिसकी वजह से बीमारियों के फैलने का संकट गहराया है। इस क्षेत्र के लोग खुजली, पेटदर्द, दस्त, उलटी जैसी बीमारियों से परेशान हैं।
चारबाग के 10, सब्जी मंडी निवासी माधुरी भूषण ने दूषित पीने के पानी की सप्लाई के संबंध में जल संस्थान के अधिकारियों को जानकारी दी है। कुछ वक्त पूर्व दिये गये जानकारी का संज्ञान लेकर सहायक अभियंता, अवर अभियंता तक मौके पर आये, लेकिन जून माह के अंत तक कोई निस्तारण नहीं कर सके हैं।
जुलाई माह के प्रथम सप्ताह में जल संस्थान के अधिकारियों के पुन: सक्रिय होने और कोई निस्तारण करने की उम्मीद जतायी जा रही है। जल संस्थान के महाप्रबंधक के संज्ञान में मामला आ चुका है और इसके लिए पुराने कागजातों को निकाला गया है। जिसमें समस्या का कारण सीवर के जलरिसाव को दूषित जलापूर्ति का कारण बताया गया है।
गौरतलब है कि चारबाग क्षेत्र में होटलों की भरमार है। वहां से निकलने वाले कूड़ा करकट से अक्सर सीवर के जाम होने की समस्या बनी रहती है। होटलों के कूड़ा के निस्तारण ना होने से वे सभी कूड़ा जाकर सीवर में फंसता है और इसके कारण सीवर ओवरफ्लो, पाइप क्षतिग्रस्त होने जैसी कई समस्या सामने आती रहती हैं। जिससे सीवर का दूषित जल सप्लाई के जल को भी दूषित कर देता है। इस कारण दूषित जल की समस्या वर्षभर बनी रहती है।
स्थानीय लोगों की मानें तो दूषित पानी की आपूर्ति में एक तरह की दुर्गंध आती है। किसी दिन तो पानी रंग मिट्टी के रंग का होता है। कभी सामान्य जल दिखता है लेकिन उसे 24 घंटे रखकर पीया नहीं जा सकता है क्योकिं उससे दुर्गंध आने लगती है।