केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि खेल और खिलाड़ी तभी प्रगति करेंगे, जब राज्य और केंद्र रणनीति और बुनियादी ढांचे का निर्माण करें और ‘टीम इंडिया’ की भावना के साथ कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं आयोजित करें।
वह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के खेल मंत्रियों के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन के लिए गुजरात के केवड़िया में थे।
ठाकुर ने यहां मीडिया से कहा, अगर राज्य और केंद्र टीम इंडिया की भावना के साथ नीतियां, बुनियादी ढांचा, आयोजन, प्रतियोगिताएं, खेलकूद और खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका देंगे तभी खेल और खिलाड़ी दोनों प्रगति करेंगे। इसलिए क्षेत्रीय के बजाय राष्ट्रव्यापी सोच को अपनाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, खेल संगठनों में जवाबदेही और पारदर्शिता लाने पर काम किया जाएगा। साथ ही, हम इस बात पर भी काम करेंगे कि भविष्य में अदालती मामलों को कैसे कम किया जा सकता है और खेलों के लिए अधिक समय और पैसा लगाया जा सकता है।
सम्मेलन में चर्चा किए जाने वाले मुद्दों के बारे में, ठाकुर ने कहा कि भविष्य में संभावित खेलो इंडिया कार्यक्रमों जैसे खेलो इंडिया यूथ गेम्स और खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स पर चर्चा की जाएगी।
उन्होंने कहा, खिलाड़ियों को भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा। प्रतिभाओं की खोज होगी और खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का भी मौका मिलेगा।