इकोनॉमिक सर्वे 2023-24 को लोकसभा में दोपहर 1 बजे और राज्यसभा में दोपहर 2 बजे पेश किया जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस एनएमसी में दोपहर 2:30 बजे आयोजित होगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करेंगी। बजट से पहले, 21 जुलाई को, वित्त मंत्री संसद में सरकार का इकोनॉमिक सर्वे प्रस्तुत करेंगी।
इकोनॉमिक सर्वे 2023-24 को लोकसभा में दोपहर 1 बजे और राज्यसभा में दोपहर 2 बजे पेश किया जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस एनएमसी में दोपहर 2:30 बजे आयोजित होगी।
यह सर्वे सरकार के रिपोर्ट कार्ड के रूप में कार्य करता है और इसे बजट से पहले पेश करने की एक परंपरा रही है। इस सर्वे के माध्यम से सरकार पिछले वर्ष के कामकाज की समीक्षा करती है और भविष्य की योजनाओं का खाका तैयार करती है।
मोदी सरकार के बजट 2024 से पहले जानते हैं इकोनॉमिक सर्वे के बारे में…
इकोनॉमिक सर्वे क्यों महत्वपूर्ण है?
इकोनॉमिक सर्वे सरकार को देश की आर्थिक स्थिति की स्पष्ट तस्वीर पेश करने में मदद करता है। इस सर्वे में पिछले एक साल की आर्थिक गतिविधियों, रोजगार के आंकड़े, जीडीपी, बजट घाटा और मुद्रास्फीति जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां शामिल होती हैं। यह सर्वे देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार द्वारा तैयार किया जाता है और नीतिगत निर्णयों के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है।
इकोनॉमिक सर्वे को कौन तैयार करता है?
इकोनॉमिक सर्वे रिपोर्ट वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के इकोनॉमिक्स डिवीजन द्वारा तैयार की जाती है। मुख्य आर्थिक सलाहकार की देखरेख में इसे बनाया जाता है। इस वर्ष, मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन की नेतृत्व वाली टीम ने इस आर्थिक सर्वेक्षण को तैयार किया है।
इकोनॉमिक सर्वे का इतिहास
देश में पहली बार वित्त वर्ष 1950-51 में इकोनॉमिक सर्वे पेश किया गया था। शुरू से ही इसे बजट के साथ ही पेश किया जाता था। वर्ष 1964 के बाद इसे बजट से अलग कर दिया गया और तब से यह बजट से एक दिन पहले पेश किया जाने लगा।
इकोनॉमिक सर्वे: आम जनता के लिए क्यों जरूरी
इकोनॉमिक सर्वे की मदद से आर्थिक सर्वे से देश की अर्थव्यवस्था की सटीक स्थिति का खुलासा होता है, जिसमें महंगाई और बेरोजगारी के आंकड़े जनता के सामने रखे जाते हैं। यह सर्वे सरकार की आगामी नीतियों और रोडमैप के बारे में आम लोगों को जानकारी प्रदान करता है, जिससे वे भविष्य की योजनाओं को समझ सकते हैं। आर्थिक सर्वे में विभिन्न सेक्टर्स के प्रदर्शन, निवेश और बचत के मोर्चे पर देश की प्रगति के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाती है, जो जनता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।