अलीगढ़ के मामू भांजा में हुए घटनाक्रम के दो वीडियो बुधवार सुबह से सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। ये दोनों वीडियो इस घटना का पूरा सच बयां कर रहे हैं और एक-एक बात की गवाही दे रहे हैं। पहला एक वीडियो सुबह सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। दो मिनट 18 सेकंड के इस वीडियो में मामू भांजा इलाके में कपड़ा व्यापारी के घर के सामने स्थित चौक में पंद्रह-सोलह लोग युवक औरंगजेब को घेरे खड़े हैं।
पांच छह लोग उसे क्रमवार पीट रहे हैं। हाथ में डंडे लिए बार-बार पीटते हुए लोग पूछ रहे हैं कि वह यहां क्यों आया था। इस दौरान गिड़गिड़ाते हुए वह उनसे मिन्नत कर रहा है, माफी मांग रहा है। मगर कोई रहम नहीं कर रहा। कोई उसे इधर से उधर खींच रहा है तो कोई पीटे जा रहा है।
इस घटना का वीडियो इस घर के सामने रहने वाले व्यक्ति ने अपने मोबाइल में कैद किया है। इसके बाद एक अन्य वीडियो फिर कुछ घंटे बाद वायरल हुआ, इसमें वह उसी घटनास्थल पर बजरी के ढेर पर बैठा है। उसे पीटने वाले उससे उसके साथियों के नाम पूछ रहे हैं।
उनके हाथ में डंडा लगा है। वह कहते हैं कि इसके घुटने तोड़ दो। वह अपने साथियों में से एक का नाम सलमान निवासी ऊपरकोट बताता है। वह बताता है कि पहले भी मंगल के दिन रेकी करने आए थे।
वह मंगल को फेरी करते है और उसके घर के पास रहने वाले समीर ने उसे पोल पट्टी बताई थी। मुझे किसी ने कोई घर नहीं बताया था। वह लोगों के डर से भागा था। यह वीडियो भी एक मिनट 49 सेकंड का है। उसकी बातों से यही माना जा रहा है कि वह चोरी के इरादे से घुसा है।
घरों के बाहर लगाए पलायन के पोस्टर, फिर हटाए
मामू भांजा के जिस इलाके में यह घटना हुई है। वह भी मिश्रित आबादी वाला संवेदनशील इलाका है। मंगलवार रात की घटना के बाद बुधवार को हत्या के आरोपी पक्ष के कुछ लोगों के घरों पर पलायन के बोर्ड लगा दिए गए।
इनका कहना था कि इस इलाके में हमारी संख्या कम है। इस तरह की घटना के बाद अब यहां रहना मुश्किल होगा। आए दिन चोरी आदि की घटनाएं होती हैं। मगर दोपहर में जब एसएसपी पहुंचे और उन्होंने लोगों को समझाया तो इस तरह के सभी पोस्टर हटा दिए गए।
हत्यारोपी पक्ष ने दी लूटपाट और महिलाओं से दुर्व्यवहार की तहरीर
इस घटना में हत्यारोपी परिवार की महिला की ओर से एक तहरीर पुलिस को भेजी गई है। इसमें मृतक औरंगजेब के अलावा वे दो नाम भी शामिल हैं, जो उसने वीडियो में बताए हैं। एक पड़ोसी टेलर को भी शामिल किया है।
तहरीर में कहा गया है कि वह खाना बना रही थी, तभी नामजद घुस आए और परिवार को हथियार के बल पर एक जगह कमरे में बंधक बना लिया। इस दौरान घर से जेवरात व करीब तीन चार लाख रुपये नकद लूट लिए। महिलाओं से दुर्व्यवहार किया।
शोरशराबा सुनकर जब लोग दौड़े तो औरंगजेब गिरने से घिर गया। बाद में पुलिस आ गई और औरंगजेब को अस्पताल ले गई। पुलिस इस तहरीर में चोरी की कोशिश की बात स्वीकार कर रही है। हालांकि देर रात तक तहरीर बदलने की बात भी चल रही थी।
चलती सांस में ले गई थी पुलिस, हमने नहीं मारा
इस घटना में प्रदर्शन के दौरान व्यापारी पक्ष के लोगों ने बताया कि सूचना पर पुलिस आई तो तब तक उसकी सांस चल रही थीं। वह बैठा हुआ था, पुलिस को देखते ही वह गिर गया।
इसके बाद पुलिस उसे चलती सांस में ही अस्पताल लेकर गई। बाद में अस्पताल में वह मर गया। हमने उसे नहीं मारा है। अब वह यहां से अस्पताल के बीच कैसे मरा। इसकी पुलिस जांच करें।
सपा नेता के बयान पर विवाद, दूसरे पक्ष ने दी तीखी प्रतिक्रिया
सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष अज्जू इशहाक की ओर से शव के पास खड़े होकर विवादित बयान दिया था कि शव जब तक दफन नहीं होगा, जब तक सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं हो जाते और शव का पैनल से पोस्टमार्टम नहीं कराया जाता।
चाहे इसके लिए गोलियां क्यों न चल जाएं। हम उसके लिए भी तैयार हैं। इसपर दूसरे पक्ष ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। इस घटनाक्रम में मंगलवार रात जिला अस्पताल में यह बयान दिया था, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। इस पर दूसरे पक्ष से प्रतिक्रिया आने लगीं।
विधायक मुक्ता संजीव राजा, पूर्व मेयर शकुंतला भारती, बजरंग बल के संयोजक गौरव शर्मा और मोनू अग्रवाल ने प्रतिक्रिया जारी की है। माहौल बिगाड़ने के इरादे से दिए गए बयान पर मुकदमे की मांग की है। गौरव शर्मा ने तो यहां तक कह दिया कि वे किसी गफलत में न रहें।