बुधवार की रात 11बजे तक बातचीत हुई थी। उसके बाद आग लगने की घटना की जानकारी मिली। उसके बाद से उससे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। साथ ही वहां पर रहने वाले अन्य किसी भी लोगों से कोई जानकारी नहीं मिल रही है।
कुवैत में हुए भीषण अग्निकांड में दरभंगा भी नही बच सका। दरभंगा जिला के सदर प्रखंड अंतर्गत नैनाघाट गांव के कालू खान का कोई अता पता नहीं चल पा रहा है। उससे कोई संपर्क भी नहीं हो पा रहा है, जिससे परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। परिजनों का कहना है कि कालू खान उसी बिल्डिंग में काम करता था, जिसमें आग लगी थी। इस बात को लेकर परिवार वाले चिंतित हैं।
घर वालों से नहीं हो पा रहा संपर्क
घटना के संबंध में परिजनों का कहना है कि बुधवार की रात 11बजे तक कालू खान से बातचीत हुई थी। उसके बाद आग लगने की घटना की जानकारी मिली। उसके बाद से उससे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। साथ ही वहां पर रहने वाले अन्य किसी भी लोगों से कोई जानकारी नहीं मिल रही है। दूतावास से संपर्क किया गया तो अधिकारियो ने पासपोर्ट की कॉपी मंगाई, जिसे भेज दिया गया है, लेकिन उनसे भी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। उन अधिकारियों का कहना है कि घटना के घटना को लेकर कालू खान के मिलने का कोई इनपुट उपलब्ध होते ही परिजनों को जानकारी दी जाएगी। फिलहाल कालू खान की खोजबीन की जा रही है।
इधर कालू खान की मां मदीना खातून का कहना है कि दो साल पहले वह कुवैत गया था। उससे अक्सर फोन पर बातचीत होती थी। उससे अंतिम बार बात बुधवार की रात को हुई थीं। मदीना खातून ने बताया कि कालू खान ने कहा था कि रुपया भेज देंगे, जिससे घर में बिजली लगा लेना। उन्होंने कहा कि कालू खान की शादी होनी थी, जिसके लिए वह अगले महीने के पांच तारीख को आने वाला था। तीन बेटो में सबसे बड़ा बेटा कालू खान ही था। अब घर वाले उसके आने की राह ताक रहे हैं।