संयुक्त अरब अमीरात के अबु धाबी शहर में पहला हिंदू मंदिर बनकर तैयार है। यह मंदिर बेहद भव्य और विराट है। अयोध्या के रामलला के बाद अब पीएम मोदी 14 फरवरी को इस मंदिर का उद्घाटन करेंगे। जानिए कितने लोगों की उस दिन मौजूदगी का अनुमान है।
27 एकड़ जमीन पर बना है मंदिर
दुबई-अबू धाबी शेख जायेद हाइवे पर अल रहबा के समीप स्थित बीएपीएस हिंदू मंदिर करीब 27 एकड़ जमीन पर बनाया गया है और इस मंदिर का निर्माण कार्य 2019 से चल रहा है। इस मंदिर के लिए जमीन संयुक्त अरब अमीरात सरकार ने दान की है। संयुक्त अरब अमीरात में तीन अन्य हिंदू मंदिर हैं जो दुबई में स्थित हैं।
बेहद लुभावनी है मंदिर की वास्तुकला
पत्थर की वास्तुकला बेहद ही लुभावनी है। अदृभुत वास्तुकला के साथ एक बड़े इलाके में फैला बीएपीएस मंदिर खाड़ी क्षेत्र में सबसे बड़ा मंदिर होगा। प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार से संयुक्त अरब अमीरात की दो दिवसीय यात्रा करेंगे और इस दौरान 14 फरवरी को विशाल मंदिर का उद्घाटन करेंगे। मंदिर के प्राधिकारियों के अनुसार, आंतरिक भाग के निर्माण में 40,000 घन फीट संगमरमर का उपयोग किया गया है।
ये रहेगा PM मोदी का कार्यक्रम
विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री संयुक्त अरब अमीरात के उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम से भी मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, उनके निमंत्रण पर, प्रधानमंत्री दुबई में आयोजित होने वाले वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट 2024 में सम्मानित अतिथि के रूप में भाग लेंगे और शिखर सम्मेलन में एक विशेष संबोधन देंगे। मोदी अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर बीएपीएस मंदिर का उद्घाटन भी करेंगे, साथ ही वह जायद स्पोर्ट्स सिटी में एक कार्यक्रम में संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित करेंगे।
100 अधिक छात्र बना रहे पत्थरों पर चित्रकारी
इस मंदिर को बेहद अत्याधुनिक शैली में तैयार किया गया है। जानकारी के अनुसार संयुक्त अरब अमीरात में 100 से अधिक भारतीय स्कूली छात्र छोटे-छोटे पत्थरों पर चित्रकारी करने में व्यस्त हैं जिन्हें राजधानी अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए आ रहे मेहमानों को याद के रूप में भेंट किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को अबू धाबी में बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे, जो संयुक्त अरब अमीरात में पहला पारंपरिक हिंदू मंदिर है।