ड्रोन से दवा पहुंचाने वाला आईएमएस बीएचयू पूर्वांचल का पहला मेडिकल कॉलेज होगा। 75 किलोमीटर दूर बरकछा कैंपस में दवा ले जाने में महज 35 से 40 मिनट लगेंगे। मौजूदा समय में स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाएं वाहनों से भेजी जाती हैं। जिसमें समय अधिक लगता है।
एम्स भोपाल की तर्ज पर अब काशी में भी ड्रोन से दवाएं पहुंचाई जाएंगी। आईएमएस बीएचयू में ड्रोन से दवा पहुंचाने की सुविधा शुरू करने की तैयारी चल रही है। इस सुविधा के शुरू होने के बाद बीएचयू से करीब 75 किलोमीटर दूर बरकछा कैंपस में चलने वाले स्वास्थ्य केंद्र पर दवा पहुंचने में महज 35 से 40 मिनट का समय लगेगा। ऐसी सुविधा की शुरुआत करने वाला आईएमएस बीएचयू पूर्वांचल का पहला मेडिकल कॉलेज होगा।
बीएचयू अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर के अलावा विश्वविद्यालय परिसर में ही कर्मचारियों व छात्रों के लिए अलग-अलग स्वास्थ्य केंद्र हैं। बरकछा कैंपस और सेंट्रल हिंदू गर्ल्स स्कूल कमच्छा में भी स्वास्थ्य केंद्र है। बीएचयू परिसर से दूर इन स्वास्थ्य केंद्रों पर चलने वाली ओपीडी सहित अन्य इमरजेंसी में दवाएं वाहनों से भेजी जाती हैं। इसमें बरकछा कैंपस में दो से तीन घंटे का समय लग जाता है। इसे देखत हुए ही आईएमएस प्रशासन ने ड्रोन सेवा शुरू करने का फैसला लिया है।
एम्स भोपाल की तरह ही बनेगा ड्रोन स्टेशन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की पहल पर एम्स भोपाल में ड्रोन से दवा पहुंचाए जाने के उद्देश्य से ड्रोन स्टेशन भी बनाया गया है। जनवरी के पहले सप्ताह में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने एम्स भोपाल में ड्रोन स्टेशन का वर्चुअल उद्घाटन भी किया। आने वाले दिनों में एम्स भोपाल की तरह ही आईएमएस बीएचयू में भी ड्रोन स्टेशन बनाया जाएगा।
क्या कहते हैं अधिकारी
बदलते समय के साथ ही स्वास्थ्य के क्षेत्र में तकनीक का प्रयोग होने से मरीजों को बहुत लाभ हो रहा है। एम्स भोपाल की तरह ही आईएमएस बीएचयू में ड्रोन से दवाएं पहुंचाने की दिशा में प्रकिया जल्द ही शुरू की जाएगी। -प्रो.एसएन संखवार, निदेशक, आईएमएस बीएचयू