शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले बुधवार को धर्मशाला पहुंची। युवा मामले एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने मशाल ग्रहण कर ग्रैंडमास्टर दीप सेनगुप्ता को सौंपी। मशाल यहां से अब शिमला की यात्रा करेगी।
साई मीडिया ने ट्वीट किया, पहली बार शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले 22 जून को धर्मशाला पहुंची। युवा मामले एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में मशाल प्राप्त की और इसे ग्रैंडमास्टर दीप सेनगुप्ता को सौंप दिया।
ठाकुर ने ट्वीट किया, मशाल जागरूकता लाती है, रोशनी को जन-जन तक पहुँचाती है। धर्मशाला में शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले का स्वागत किया। आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि यह मशाल चेस खेल के प्रति जागरूकता बढ़ाएगी, ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को चेस खेलने व इस से जुड़ने के लिए प्रेरित करेगी।
इससे पहले मंगलवार को पहली बार शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले श्रीनगर और फिर जम्मू पहुंची। लेह ने सोमवार को 44वें शतरंज ओलंपियाड की पहली मशाल रिले की मेजबानी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविवार को लॉन्च की गई मशाल ने लेह से अपनी रिले की शुरुआत की।
मशाल तमिलनाडु के महाबलीपुरम में समापन से पहले 40 दिनों तक 75 शहरों में यात्रा करेगी। शतरंज ओलंपियाड में 189 देश भाग ले रहे हैं। शतरंज के ग्रैंडमास्टर विभिन्न चिन्हित स्थानों पर मशाल प्राप्त करेंगे। लेह से रिले शुरू करने के लिए ग्रैंड मास्टर दिब्येंदु बरुआ दिल्ली से मशाल लाए और एलजी आरके माथुर को सौंप दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में 44वें शतरंज ओलंपियाड के लिए ऐतिहासिक मशाल रिले का शुभारंभ किया। शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले के उद्घाटन के अवसर पर फिडे के अध्यक्ष अर्कडी ड्वोरकोविच, भारतीय ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद और केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर उपस्थित थे।