हादसे के बाद बच्चों को बिलखता देख मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने मासूमों को अपने गले तक लगा लिया। उनके परिवार वालों को तुरंत सूचना दी जब तक परिवार वाले मौके पर नहीं आए, तब तक लोग उन्हें शांत कराने की कोशिश करते रहे लेकिन जब यह हादसा ही इतना भीषण हुआ था तो कई बच्चे भी सहम गए थे।
उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के उसावां इलाके में सोमवार सुबह ऐसा जबरदस्त हादसा हुआ कि मासूमों की चीखों से घटनास्थल तक गूंज उठा। उनके कंपकंपाते होंठ और डबडबाई आंखें देखकर जो भी लोग उधर से गुजर रहे थे। वह तक रो पड़े। कुछ लोगों ने मासूमों को अपने गले तक लगा लिया। उनके परिवार वालों को तुरंत सूचना दी जब तक परिवार वाले मौके पर नहीं आए, तब तक लोग उन्हें शांत कराने की कोशिश करते रहे लेकिन जब यह हादसा ही इतना भीषण हुआ था तो कई बच्चे भी सहम गए थे। उन्हें केवल अपनों की कमी महसूस हो रही थी।
वैन में पांच से लेकर 12 वर्ष तक के बच्चे सवार थे। उन्होंने कभी ऐसा हादसा नहीं देखा और न ही उन्हें आभास था कि कभी उन्हें ऐसा भी दिन देखने को मिलेगा। रोजाना हंसी-खुशी स्कूल जाते थे और हंसी मजाक करते हुए घर लौटते थे। चालक ओमेंद्र का बेटा हर्षित भी उसका लाडला था। वह उसका इकलौता बेटा था। ओमेंद्र ने उसे अपनी गोद में बैठा रखा था। अनुमान यह भी कि हादसे में जान गंवाने वाले सभी बच्चे आगे बैठे थे।
हादसे के बाद तमाम लोग उनकी मदद को आए तो कोई एंबुलेंस को कॉल कर रहा था तो कोई पुलिस को सूचना दे रहा था। तमाम लोग उनके परिवार वालों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे। हादसे के बाद कुछ बच्चे को ऐसे सहम गए थे कि उनके मुंह से एक शब्द भी नहीं निकल रहा था। खैर जैसे-जैसे समय बीतता गया कि लोग वहां पहुंचते गए और उन्हें अस्पताल ले जाते रहे।
दो भाइयों में था बड़ा अमित
इस भीषण हादसे में मृत अमित दो भाइयों में बड़ा था। उसके पिता हजरतपुर थाना क्षेत्र के गांव ग्योति निवासी मोरपाल ने अपने बेटे अमित और उससे छोटे आयुष का प्रवेश एसआरपीएस इंग्लिश मीडियम स्कूल में कराया था। अमित कक्षा पांच का छात्र था जबकि आयुष कक्षा दो में पढ़ता है। इस हादसें में अमित की मौत हो गई जबकि आयुष की हालत नाजुक बनी हुई है। मोरपाल खेतीबाड़ी करते हैं।
ओमेंद्र का इकलौता बेटा था हर्षित
उसावां थाना क्षेत्र के गांव लभारी निवासी ओमेंद्र (25) पुत्र रवेंद्र एसआरपीएस इंग्लिश मीडियम स्कूल गौंतरा की वैन चलाता था और वह उसी स्कूल में पढ़ाता भी था। वह सुबह बच्चों को स्कूल ले जाता था और दिन में उन्हें पढ़ाता था। इससे उसने अपने इकलौते बेटे बेटे हर्षित का प्रवेश कक्षा दो में करा दिया था। ओमेंद्र दो भाइयों में बड़ा था। उसकी सात साल पहले उसावां के गांव पचदियोरा निवासी रेखा से शादी हुई थी। उसकी एक चार साल की बेटी सृष्टि है। ओमेंद्र और उसके बेटे की मौत से उसके माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।
हरवंश के सात बच्चों में तीसरे नंबर की थी कौशल्या
हजरतपुर क्षेत्र के गांव नवीगंज निवासी हरवंश गांव के ही इंटर कॉलेज में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। उनकी बेटी कौशल्या एसआरपीएस इंग्लिश मीडियम स्कूल गौंतरा में कक्षा छह की छात्रा थी। वह अपने सात बहन भाइयों में बड़ी थी। उसका भाई कृष्णा (6) कक्षा एक और बहन पारुल (8) उसी स्कूल में कक्षा दो में पढ़ती है। इसमें कौशल्या की मौत हो गई जबकि उसके भाई बहन घायल हैं।
दो भाइयों की इकलौती बहन थी खुशी
हजरतपुर के गांव बघौरा निवासी खुशी (6) पुत्री प्रदीप अपने दो भाइयों में दूसरे नंबर की थी और वह इकलौती बहन थी। वह कक्षा एक की छात्रा थी। उसका भाई रचित (8) भी उसी स्कूल में कक्षा दो छात्र है। भाई की हालत गंभीर बनी हुई है। उसे गंभीर हालत में बरेली रेफर किया गया है। प्रदीप खेतीबाड़ी करते हैं। उनका छोटा बेटा अर्जुन एक साल का है।
हेल्पर के हाथ में पकड़ा दिया था बस का स्टेयरिंग
इस हादसे में एक और बात भी सामने आई है। बताते हैं कि बस का चालक टिंकू है लेकिन हादसे के दौरान हेल्पर कुंवरसेन बस को चला रहा था। हेल्पर का काम बच्चों को चढ़ाने उतारने का है।
हादसे में यह छात्र-छात्रा हुए घायल
स्कूली वाहनों की भिड़ंत में हजरतपुर थाना क्षेत्र के गांव ग्योति निवासी आयुष (7), कौशल (11), पारुल (4), रश्मि (7), भाग्यश्री (7), इंद्रजीत (5), प्रियांशी (6), पवन कुमार (8), अलापुर थाना क्षेत्र के गांव म्याऊं निवासी इशितापाल (16), उसावां थाना क्षेत्र के गांव गूरा वरेला निवासी सर्वज्ञ शर्मा (4), परी (4), प्रियांशी (12), हजरतपुर थाना क्षेत्र के गांव लभारी निवासी अरुण कुमार (11), मानव सिंह (9), उसावां थाना क्षेत्र के गांव नवीगंज निवासी पारुल (7), शिवम (6), अंशु (5), संजय (5), ग्राम नगरिया अभय निवासी अतुल (10), रूद्र प्रताप सिंह (5), फतेहनगला निवासी अनिकेश (2), वघौरा निवासी रोहित (9), रादित (9) घायल हुए हैं।