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‘कभी नहीं देखा था ऐसा..’, सिडनी में पीएम मोदी के स्वागत पर बोले ऑस्ट्रेलियाई संसद के स्पीकर

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मिल्टन डिक ने भारत में महिला आरक्षण विधेयक पारित होने पर कहा कि यह बहुत ही सकारात्मक कदम है। इस समय ऑस्ट्रेलियाई सरकार में 52 प्रतिशत महिलाएं हैं। संसद महिलाओं की भूमिका में सुधार के लिए कड़ी मेहनत कर रही है।

जी-20 देशों की संसदों के अध्यक्ष एवं पीठासीन अधिकारियों का भारत में आयोजित होने जा रहे 9वें पी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए नई दिल्ली पहुंचना शुरू हो गया है। इसी सम्मेलन में भाग लेने के लिए ऑस्ट्रेलिया के प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष मिल्टन डिक दिल्ली में मौजूद हैं। यहां उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए भारत के डिजिटलीकरण की तारीफ की। कहा, ‘हम अर्थव्यवस्था के डिजिटलीकरण, नागरिकों की सूचना तक पहुंच और शक्ति सुनिश्चित करने की सफलता के मामले में भारत से बहुत कुछ सीख सकते हैं।’

ऑस्ट्रेलियाई सरकार में 52 प्रतिशत महिलाएं
उन्होंने भारत में महिला आरक्षण विधेयक पारित होने पर कहा कि यह बहुत ही सकारात्मक कदम है। उन्होंने कहा, ‘हम एक राष्ट्र के रूप में इस मामले को बहुत करीब से देख रहे हैं। इस समय हमारी ऑस्ट्रेलियाई सरकार में 52 प्रतिशत महिलाएं हैं। हमारी संसद महिलाओं की भूमिका में सुधार के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों को संसद में प्रतिनिधित्व दिया जा रहा है।’

ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष ने कहा, ‘निश्चित रूप से, इस बार की यात्रा के दौरान भारत में जिन संसद सदस्यों से मैंने मुलाकात की है और जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया है, उनसे काफी प्रभावित हुआ हूं। वहीं, वरिष्ठ नेतृत्व की भूमिकाओं में महिलाओं का होना और भी ज्यादा प्रभावित करता है।’

जलवायु परिवर्तन के बारे में करेंगे बात
दिल्ली में होने वाले पी-20 शिखर सम्मेलन के बारे में मिल्टन डिक ने कहा, ‘जी-20 चर्चाओं में शामिल मुद्दे को एक बार फिर उठाऊंगा। मैं जलवायु परिवर्तन के बारे में बात करूंगा और इस पर लोगों का ध्यान केंद्रित करवाऊंगा।’ उन्होंने कहा कि भारत में पूरी ऑस्ट्रेलिया के मंत्रियों को आते देखा जा सकता है। यह दोनों देशों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है।

हमारी संसद दिन ब दिन और मजबूत
ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष ने कहा कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण बैठक है, जिसमें संसद के अध्यक्ष कल भाग लेंगे। ऑस्ट्रेलिया और भारत लोकतंत्र के प्यार को साझा करते हैं और हमारी संसद दिन ब दिन और मजबूत हो रही है। डिक ने कहा, ‘हम लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला के साथ बैठक के लिए उत्सुक हैं। मुझे कई बार उनसे मिलने का मौका मिला है और मैं इसे आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हूं, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि जी-20 के हिस्से के रूप में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करना, जिसे भारत ने इस साल मेजबानी करने का शानदार काम किया है।’

पीएम मोदी को लेकर कही यह बात
उन्होंने कहा, ‘दोनों देशों के पीएम का दौरा करना कितना महत्वपूर्ण है यह मैं आपको नहीं बता सकता।’ डिक कहा कहना है कि उन्होंने अपने जीवनकाल में कभी भी एक विश्व नेता के लिए लोगों की ऐसी प्रतिक्रिया या समर्थन नहीं देखा, जैसा पीएम मोदी के लिए किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की मेजबानी करना ऑस्ट्रेलिया के लिए गर्व की बात थी। सिडनी में उन्हें जो स्वागत मिला, वह वास्तव में अद्भुत था। हजारों लोग बाहर निकले।

उन्होंने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया में, भारतीय मूल के लगभग 10 लाख लोग हैं, न केवल यह हमारे देश को मजबूत बनाता है, यह भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हमारे संबंधों को और भी मजबूत बनाता है।’

डिजिटल परिवर्तन पर ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधि सभा के स्पीकर मिल्टन डिक ने कहा, ‘ठीक है, मुझे लगता है कि जब डिजिटल क्रांति की बात आती है, तो भारत दुनिया भर में आगे है। हम अर्थव्यवस्था के डिजिटलीकरण के मामले में भारत से बहुत कुछ सीख सकते हैं।’

क्या है पी-20?
पिछले महीने जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान जी-20 देशों के प्रमुखों की मेजबानी करने के बाद अब दिल्ली पी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। इसके तहत जी-20 देशों के संसदीय अध्यक्षों व पीठासीन अधिकारियों की बैठक होगी। इस आयोजन में 30 से अधिक देशों के अध्यक्षों ने पहले ही अपनी भागीदारी की पुष्टि कर दी है। शिखर सम्मेलन से पहले 12 अक्टूबर, 2023 को एक पार्लियामेंट फोरम होगा। शिखर सम्मेलन का विषय ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य के लिए संसद’ है, जो ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के प्राचीन भारतीय दर्शन से प्रेरणा लेता है।

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