अमेरिकी संसद ने श्री श्री रविशंकर और आचार्य लोकेश मुनि को वैश्विक शांति और सद्भाव के लिए मान्यता दी है। अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि शांति के अपने संदेश, शिक्षा, मानवता और दूसरों की भलाई के लिए अपने जीवन को समर्पित किया है।
अमेरिकी कांग्रेस ने भारत के दो आध्यात्मिक गुरुओं को सराहा है। अमेरिकी संसद ने श्री श्री रविशंकर और आचार्य लोकेश मुनि को वैश्विक शांति और सद्भाव के लिए मान्यता दी है। अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि शांति के अपने संदेश, शिक्षा, मानवता और दूसरों की भलाई के लिए अपने जीवन को समर्पित किया है।
कृष्णमूर्ति ने कहा कि रविशंकर पिछले 40 वर्षों से अपने ध्यान और योग के बल से दुनिया भर के लोगों को आंतरिक शांति के लिए मार्गदर्शन दे रहे हैं। रविशंकर के कारण लोगों को आतंरिक शांति मिल रही है। इससे दुनिया में हिंसा में कमी आ सकती है। वहीं, उन्होंने कहा कि आचार्य मुनि ने खुद को जैन धर्म, बौद्ध धर्म और वैदिक दर्शन के लिए समर्पित कर दिया था। उन्होंने कई मौकों पर सांप्रादायिक हिंसा कम करने में मदद की। उन्होंने भारत के गुरुग्राम में विश्व शांति केंद्र खोला है। आचार्य मुनि जी के काम ने दुनिया भर के लोगों पर सकारात्मक प्रभाव डाला है।
अमेरिकी कांग्रेस ने कॉकस का किया निर्माण
भारतीय मूल के अमेरिकी कांग्रेस थानेदार ने हिंदुओं, बौद्धों, सिखों और जैनियों के हितों की रक्षा के लिए एक नए कांग्रेसी कॉकस के गठन की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि अमेरिकी कांग्रेसनल कॉकस एचबीएसजे को दो दर्जन सांसदों का समर्थन मिला है। कॉकस से समुदायों की आवश्यकताओं और चिंताओं की जानकारी मिलेगी। समुदाय को एक मंच मिलेगा। इसका उद्देश्य धार्मिक भेदभाव का मुकाबला करना और समुदाय को धार्मिक स्वतंत्रता प्रदान करना है।