प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजियों के लिए कथित तौर पर लड़ने वाले यूक्रेन के एक पूर्व सैनिक का कीव के नेता की यात्रा के दौरान खड़े होकर अभिवादन करना शर्मनाक और असहनीय है।
कनाडा की संसद हाउस ऑफ कॉमन्स में एक पूर्व नाजी सैनिक का सम्मान करने पर बवाल खड़ा हो गया है। हालांकि, स्पीकर की ओर से सांसदों की इस हरकत पर माफी मांग ली गई, लेकिन मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अब कनाडाई पीएम ने भी इस घटना को बेहद शर्मनाक बताया है। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजियों के लिए कथित तौर पर लड़ने वाले यूक्रेन के एक पूर्व सैनिक का कीव के नेता की यात्रा के दौरान खड़े होकर अभिवादन करना शर्मनाक और असहनीय है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना को स्वीकार्य नहीं किया जा सकता है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि इस तरह की घटना को स्वीकार्य नहीं किया जा सकता है। यह कुछ ऐसा है जो कनाडा की संसद और यहां के सभी लोगों के लिए बेहद शर्मनाक है। वहीं, ट्रूडो की लिबरल पार्टी से संबद्ध एक छोटे से धड़े ने रोटा से इस्तीफा देने की मांग की, जबकि मुख्य विपक्षी कंजरवेटिव ने ट्रूडो प्रशासन की आलोचना की। एक यहूदी समूह ने इस घटना को हैरान करने वाला और अविश्वसनीय रूप से परेशान करने वाला बताया।
यह है मामला
दरअसल, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने हाल ही में कनाडा का दौरा किया था। इस दौरान जेलेंस्की ने कनाडा की संसद को संबोधित भी किया। जेलेंस्की के संसद में संबोधन के दौरान द्वितीय विश्व युद्ध का हिस्सा रहे एक पूर्व सैनिक यारोस्लोव हुंका को यूक्रेनी नायक के तौर पर सम्मानित किया गया। हुंका ने यूक्रेन की तरफ से रूस के खिलाफ युद्ध लड़ा था। इस दौरान कनाडा के सभी सांसदों ने हुंका का खड़े होकर अभिवादन किया। हालांकि, बाद में पता चला कि हुंका ने हिटलर की नाजी सेना में भी अपने सेवाएं दी थीं। जैसे ही यह जानकारी सामने आई तो हंगामा हो गया।
स्पीकर ने बाद में मांगी माफी
कनाडा की संसद के स्पीकर एंथनी रोटा ने रविवार को घटना पर माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था कि वह यह साफ करना चाहते हैं कि कोई भी सांसद या यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल इस बात से वाकिफ नहीं था। स्पीकर ने यहूदी समुदाय से भी विशेष तौर पर माफी मांगी।