मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना में राज्य के युवाओं को रोजगार दाता बनाने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग, एमबीबीएस, बीडीएस, कृषि, पशुपालन, मछली पालन इत्यादि में डिग्रीधारी बेरोजगार युवाओं को पहली श्रेणी में रखा जाएगा।
स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता के माध्यम से विकास को गति देने के लिए असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने शनिवार को मुख्यमंत्री आत्मनिर्भरता असम अभियान 2023 को शुरू किया। जनता भवन में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने एक पंजीकरण पोर्टल को भी शुरू किया। इस योजना के तहत एक मजबूत उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए दो लाख युवाओं को वित्तीय सहायता दी जाएगी। इसमें युवाओं को अपने उद्यम लगाने या मौजूदा उद्यम को बढ़ाने के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना में राज्य के युवाओं को रोजगार दाता बनाने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग, एमबीबीएस, बीडीएस, कृषि, पशुपालन, मछली पालन इत्यादि में डिग्रीधारी बेरोजगार युवाओं को पहली श्रेणी में रखा जाएगा और उन्हें पांच लाख की मदद दी जाएगी। दूसरी ओर, बेरोजगार परास्नातकों, स्नातकों, आईटीआई, पॉलिटेक्निक डिग्रीधारकों को दूसरी श्रेणी में रखते हुए दो लाख रुपये दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली श्रेणी में पांच लाख में से लाभार्थियों को बिना किसी ब्याज के 2.5 लाख रुपये वापस करने होंगे, जबकि शेष 2.5 लाख रुपये सरकार सहायता के रूप में होगी। इसी तरह दूसरी श्रेणी में लाभार्थियों को एक लाख रुपये बिना किसी ब्याज के लौटाने होंगे, जबकि एक लाख रुपये सरकार की तरफ से सहायता होगी।