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जापान के राजदूत हिरोशी सुजुकी पिछले साल भारत आए थे और तब से ही वह यहां के भोजन के प्रति अपने प्यार के लिए सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध हो गए हैं। उन्हें कई मौकों पर भारतीय व्यंजनों का आनंद लेते हुए देखा गया है। कई बार वीडियो भी वायरल हुए हैं, जो देश के विविध और स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए उनकी वास्तविक प्रशंसा को दिखाता है। Trending Videos हाल ही में, जापानी राजदूत ने सरोजिनी नगर का दौरा किया। यह क्षेत्र अपने सड़क किनारे सस्ते बाजारों और खाने के लिए काफी प्रसिद्ध है। यहां हमेशा ही भीड़ रहती है। इस बीच, 61 वर्षीय सुजुकी अपनी पत्नी ईको सुजुकी और हिंदी भाषी जापानी यूट्यूबर मायो के साथ यहां पहुंचे। उन्होंने इससे जुड़ा एक वीडिया एक्स (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर साझा किया। जापानी राजदूत ने कैप्शन में लिखा कि हिंदी भाषी जापानी यूट्यूबर मायो के साथ देसी खानों का लुत्फ उठाना बेहद अद्भुत रहा। उन्होंने आगे लिखा आलू टिक्की दिजिये। और पढ़ें अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करें

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एजुकेशनल टेस्टिंग सर्विस (ईटीएस) के अनुसार, कोविड-19 महामारी के बाद अंतरराष्ट्रीय यात्रा फिर से शुरू होने के बाद से भारत में टॉफेल परीक्षा देने वालों की संख्या में 59 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

एजुकेशनल टेस्टिंग सर्विस (ईटीएस) के अनुसार, कोविड-19 महामारी के बाद अंतरराष्ट्रीय यात्रा फिर से शुरू होने के बाद से भारत में टॉफेल परीक्षा देने वालों की संख्या में 59 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। आंकड़ों के अनुसार, 2022 में वैश्विक स्तर पर कुल टॉफेल परीक्षार्थियों में भारतीयों की भागीदारी 12.3 प्रतिशत थी, जो पिछले 2021 की तुलना में 7.5 प्रतिशत अधिक थी। भारत में पिछले वर्ष की तुलना में 2021 में टॉफेल परीक्षा देने वालों में 53 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि 2022 में परीक्षार्थियों की संख्या में 2021 की तुलना में 59 प्रतिशत की वृद्धि हुई। एक विदेशी भाषा के रूप में अंग्रेजी की परीक्षा का टेस्ट (टॉफेल) और ग्रेजुएट रिकॉर्ड परीक्षा (जीआरई) का आयोजन प्रिंसटन स्थित ईटीएस कराता है। आव्रजन उद्देश्यों के लिए विदेश जाने की इच्छा रखने वाले भारतीयों को इस परीक्षा से गुजरना होता है। यह अंग्रेजी बोलने वाले विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने के इच्छुक छात्रों की अंग्रेजी भाषा की दक्षता को मापने का परीक्षण है। परीक्षण को 160 से अधिक देशों में 12,000 से अधिक संस्थानों की ओर से स्वीकार किया जाता है। इनमें अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के संस्थान एवं यूके में 98% से अधिक विश्वविद्यालय शामिल हैं। टॉफेल वैश्विक रूप से मान्यता प्राप्त 60 साल पुरानी परीक्षा है।

यूके, अमेरिका के विवि, संस्थान देते हैं परीक्षा को मान्यता

एजुकेशनल टेस्टिंग सर्विस (ईटीएस) के अनुसार, कोविड-19 महामारी के बाद अंतरराष्ट्रीय यात्रा फिर से शुरू होने के बाद से भारत में टॉफेल परीक्षा देने वालों की संख्या में 59 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। आंकड़ों के अनुसार, 2022 में वैश्विक स्तर पर कुल टॉफेल परीक्षार्थियों में भारतीयों की भागीदारी 12.3 प्रतिशत थी, जो पिछले 2021 की तुलना में 7.5 प्रतिशत अधिक थी। भारत में पिछले वर्ष की तुलना में 2021 में टॉफेल परीक्षा देने वालों में 53 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि 2022 में परीक्षार्थियों की संख्या में 2021 की तुलना में 59 प्रतिशत की वृद्धि हुई। एक विदेशी भाषा के रूप में अंग्रेजी की परीक्षा का टेस्ट (टॉफेल) और ग्रेजुएट रिकॉर्ड परीक्षा (जीआरई) का आयोजन प्रिंसटन स्थित ईटीएस कराता है

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