फाइनल मैच से पहले टीम इंडिया की हार चिंता बढ़ाने वाली है। एशिया कप के सुपर चार राउंड में पाकिस्तान और श्रीलंका से हारने वाले बांग्लादेश ने टीम इंडिया को हरा दिया। इस मैच में गिल को छोड़ भारत के सभी बल्लेबाज फेल रहे।
एशिया कप 2023 में सुपर चार राउंड के आखिरी मैच में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा है। बांग्लादेश ने भारत को छह रन से हराया। मौजूदा एशिया कप में यह भारत की पहली हार है। हालांकि, टूर्नामेंट के लिहाज से इस मैच का कोई महत्व नहीं था और टीम इंडिया 17 सितंबर को श्रीलंका से फाइनल खेलेगी। वहीं, बांग्लादेश का सफर इस जीत के साथ ही खत्म हो गया।
बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट खोकर 265 रन बनाए। सबसे ज्यादा 80 रन का योगदान कप्तान शाकिब अल हसन ने दिया। तौहिद हृदोय ने 54 और नसुम अहमद ने 44 रन बनाए। भारत के लिए शार्दुल ठाकुर ने तीन और मोहम्मद शमी ने दो विकेट लिए। प्रसिद्ध, अक्षर और जडेजा को एक-एक विकेट मिला।
266 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम सभी 10 विकेट खोकर 259 रन ही बना पाई। शुभमन गिल ने 121 रन की शानदार पारी खेली, लेकिन उन्हें किसी का साथ नहीं मिला। 42 रन बनाने वाले अक्षर दूसरे सर्वश्रेष्ठ स्कोरर रहे। बांग्लादेश के लिए मुस्तफिजुर रहमान ने तीन विकेट लिए। महेदी हसन और तंजिम हसन को दो-दो विकेट मिले। शाकिब और मेहदी ने एक-एक विकेट लिया।
बांग्लादेश की पारी में क्या हुआ?
कप्तान शाकिब अल हसन (80) और तौहीद ह्रदय (54) ने वनडे एशिया कप के सुपर-4 मुकाबले में शुक्रवार को भारत के खिलाफ बांग्लादेश को आठ विकेट पर 265 रन बनाने में मदद की। शाकिब ने 85 गेंदों की पारी में छह चौके और तीन छक्के लगाए जबकि तौहीद ने 81 गेंदों पर 54 रन बनाकर कप्तान का अच्छा साथ निभाया। दोनों के बीच पांचवें विकेट के लिए 101 रन की साझेदारी हुई। खबर लिखे जाने तक भारत ने 17 ओवरों में दो विकेट पर 74 रन बना लिए थे। शुभमन गिल 42 और केएल राहुल 19 रन बनाकर खेल रहे थे। भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बांग्लादेश को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया था। एशिया कप से पहले ही बाहर हो चुकी बांग्लादेश ने चार विकेट पर 59 रन पर गंवा दिए थे लेकिन शाकिब और तौहीद ने पारी को संभाला। बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल की गेंद पर शाकिब ने लगातार दो छक्के लगाए।
266 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत बेहद खराब रही। कप्तान रोहित शर्मा खाता खोले बिना तंजिम हसन का शिकार बन गए। तंजिम ने अपने अगले ओवर में करियर का पहला वनडे खेल तिलक वर्मा को भी पांच रन के स्कोर पर पवेलियन भेज दिया। 17 रन पर दो विकेट गंवाकर भारतीय टीम मुश्किल में आ गई थी। राहुल ने गिल के साथ अर्धशतकीय साझेदारी कर भारतीय पारी को संभाला, लेकिन 19 रन के निजी स्कोर पर महेदी हसन ने उन्हें पवेलियन भेज दिया। ईशान किशन भी पांच रन बनाकर मेहदी हसन का शिकार बनए। इस बीच गिल ने 61 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। 94 रन पर भारत के चार विकेट गिरने के बाद सूर्यकुमार और गिल ने साझेदारी कर भारत का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया और उम्मीदें जगाई, लेकिन शाकिब ने सूर्या को 26 रन के स्कोर पर बोल्ड कर दिया और टीम इंडिया मुश्किल में आ गई।
गिल के आउट होने के बाद भारत की हार तय हो गई थी, लेकिन अक्षर ने इसके बाद तेजी से रन बनाना शुरू किया। दूसरे छोर पर शार्दुल 11 रन बनाकर आउट हो गए। अक्षर ने बड़े शॉट खेलना जारी रखा और भारत का स्कोर 250 रन के पार पहुंचा दिया। हालांकि, 49वें ओवर में वह 34 गेंद में 42 रन बनाकर आउट हो गए। इसी के साथ भारत की हार तय हो गई। आखिरी ओवर की पांचवीं गेंद पर शमी रन आउट हुए और भारतीय पारी एक गेंद रहते 259 रन पर सिमट गई।
भारतीय टीम प्रबंधन ने अंतिम एकादश में पांच बदलाव किए हैं। विराट कोहली, कुलदीप, बुमराह, मोहम्मद सिराज और हार्दिक नहीं खेल रहे। उनकी जगह तिलक, श्रेयस, सूर्यकुमार, मोहम्मद शमी और प्रसिद्ध कृष्णा ने ली है। तिलक वर्मा ने वनडे में पदार्पण किया वहीं बांग्लादेश की ओर से 20 साल के तंजीम हसन साकिब अपना पहला वनडे खेलने उतरे।
ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 2,000 से अधिक रन और 200 से अधिक विकेट लेने वाले भारत के दूसरे और दुनिया के 14वें क्रिकेटर बन गए हैं। अपना 182वां मैच खेल रहे जडेजा ने बांग्लादेश के खिलाफ एशिया कप मैच के दौरान शमीम हुसैन को आउट करके एकदिवसीय मुकाबलों में अपने 200 विकेट पूरे किए। क्रिकेट के इस प्रारूप में उनके नाम पर 2578 रन दर्ज हैं। जडेजा से पहले भारत की तरफ से यह उपलब्धि महान ऑलराउंडर कपिल देव ने हासिल की थी। उन्होंने 225 मैचों में 3783 रन बनाने के अलावा 253 विकेट भी लिए थे।
200 विकेट लेने वाले 7वें भारतीय गेंदबाज
जडेजा वनडे में 200 विकेट लेने वाले सातवें भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। उनसे पहले अनिल कुंबले (334 विकेट), जवागल श्रीनाथ (315), अजित अगरकर (288), जहीर खान (269), हरभजन सिंह (265) और कपिल देव (253) इस मुकाम पर पहुंचे थे।