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राष्ट्रपति के रात्रिभोज में सभी सीएम-केंद्रीय मंत्रियों को न्योता, उद्योगपतियों को आमंत्रण नहीं

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भोज में विदेशी प्रतिनिधियों के अलावा कुछ वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और एचडी देवगौड़ा को भी आमंत्रित किया गया था। हालांकि, सिंह और देवगौड़ा स्वास्थ्य कारणों से शामिल नहीं हो पाएंगे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से शनिवार को विश्व नेताओं के सम्मान में दिए जाने वाले भोज में सभी कैबिनेट और राज्यमंत्रियों के साथ मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया गया है। किसी उद्योगपति को न्योता नहीं दिया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भी आमंत्रण नहीं दिया गया है।

जानकारी के मुताबिक, भोज में विदेशी प्रतिनिधियों के अलावा कुछ वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और एचडी देवगौड़ा को भी आमंत्रित किया गया था। हालांकि, सिंह और देवगौड़ा स्वास्थ्य कारणों से शामिल नहीं हो पाएंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन भी रात्रिभोज में शामिल होंगे। इसके अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को भी न्योता मिला है। सूत्रों के मुताबिक, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राष्ट्रपति के रात्रिभोज में शामिल नहीं होंगे।

नहीं होगा चेंज ऑफ गार्ड समारोह
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, जी-20 सम्मेलन के कारण शनिवार को राष्ट्रपति भवन में चेंज ऑफ गार्ड समारोह नहीं होगा। यह 1773 में स्थापित राष्ट्रपति अंगरक्षक भारतीय सेना की सबसे वरिष्ठ रेजिमेंट है। इसके अधिकारी और जवान श्रेष्ठ घुड़सवार, सक्षम टैंककर्मी और छाताधारी सैनिक हैं।

दुनियाभर से 400 मेहमान लेंगे हिस्सा
सांस्कृतिक कार्यक्रम में दुनियाभर से 400 मेहमान हिस्सा लेंगे। इसमें 78 कलाकार देश की संगीत विरासत को मेहमानों के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। मात्र तीन घंटे की प्रस्तुति के लिए देशभर के कलाकार 31 अगस्त से ही तैयारी कर रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान 34 हिंदुस्तानी कलाकार, 18 कर्नाटक और 14 लोक वाद्य यंत्रों का उपयोग करेंगे।

युवाओं का जज्बा देख भारत के साथ सहयोग बढ़ाना चाहता है अमेरिका
जी-20 शिखर सम्मेलन की गहमागहमी के बीच अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता मार्गरेट मैकलियोड ने शुक्रवार को कहा कि भारत और अमेरिका महत्वपूर्ण उभरती प्रौद्योगिकियों, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, शिक्षा सहित कई क्षेत्रों में साझेदारी साझा करते हैं। और अमेरिका इस सहयोग को और ऊंचाइयों पर ले जाना चाहता है जिसकी मुख्य वजह है इस देश के युवाओं का जज्बा और उनकी महत्वाकांक्षा।

अमेरिकी प्रवक्ता ने न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा, जी-20 शिखर सम्मेलन में हम कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे। अमेरिका का मानना है कि भारत एक उभरती अर्थव्यवस्था के तौर पर जी-20 फोरम के जरिए अपनी आवाज उठा रहा है, जिसमें पूरी दुनिया के विचारों को शामिल किया जाना चाहिए।मैकलियोड ने कहा, भारत की अध्यक्षता में अफ्रीकी संघ को जी-20 के स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करने की बात चल रही है, जिसका अमेरिका समर्थन करता है। एजेंसी

सीतारमण ने अमेरिकी वित्त मंत्री के साथ जी-20 की प्राथमिकताओं पर की चर्चा
इससे पहले, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को अपनी अमेरिकी समकक्ष जेनेट येलन के साथ द्विपक्षीय मुलाकात की। इस दौरान जी-20 शिखर सम्मेलन की प्राथमिकताओं के बारे में चर्चा की गई। वित्त मंत्रालय की तरफ से एक्स पर की गई एक पोस्ट में दोनों देशों की वित्त मंत्रियों ने जी-20 की प्राथमिकताओं के साथ-साथ वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों के समाधान के लिए दोनों लोकतंत्रों के बीच द्विपक्षीय सहयोग पर भी चर्चा की। सीतारमण ने इसके अलावा नाइजीरिया वित्त मंत्री अडेबायो ओलावाले के साथ भी मुलाकात की।

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