प्रधानमंत्री ने कहा कि जी20 सम्मेलन के दौरान वह राष्ट्रीय राजधानी में ही रहें और इस खास आयोजन के दौरान अपनी जिम्मेदारियों का अच्छे से निर्वहन करें ताकि सम्मेलन में आने वाले मेहमानों को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो।
जी20 के रात्रिभोज कार्यक्रम के लिए राष्ट्रपति द्वारा भेजे गए निमंत्रण पत्र में ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की बजाय ‘प्रेसीडेंट ऑफ भारत’ लिखने पर अटकलों का बाजार गर्म है। ऐसी चर्चाएं है कि सरकार देश के नाम से इंडिया हटाकर सिर्फ भारत कर सकती है। इन अटकलों के बीच संयुक्त राष्ट्र ने बताया है कि किसी देश का नाम बदलने की क्या प्रक्रिया है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि जब हमें नाम बदलने का आवेदन मिलता है, उसके बाद ही नाम बदला जाता है।
संयुक्त राष्ट्र ने दी जानकारी
दरअसल मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस के उप-प्रवक्ता फरहान हक ने तुर्किए का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह तुर्किए के मामले में वहां की सरकार ने नाम बदलने को लेकर हमें औपचारिक आवेदन भेजा था, जिसके बाद ही नाम बदला गया। अगर हमें आवेदन मिलता है तो हम उस पर विचार करेंगे। बता दें कि विपक्ष आरोप लगा रहा है कि केंद्र सरकार देश के नाम से इंडिया हटाकर उसे सिर्फ भारत करने की योजना बना रही है। हालांकि सरकार ने इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
पीएम मोदी ने मंत्रियों से की विवाद से बचने की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने मंत्रियों से कहा कि वह भारत नाम को लेकर जारी विवाद पर टिप्पणी करने से बचें। जी20 सम्मेलन के दौरान क्या करें और क्या ना करें, इसकी जानकारी कैबिनेट के मंत्रियों को देने के दौरान प्रधानमंत्री ने यह बात बताई। प्रधानमंत्री ने कहा कि जी20 सम्मेलन के दौरान वह राष्ट्रीय राजधानी में ही रहें और इस खास आयोजन के दौरान अपनी जिम्मेदारियों का अच्छे से निर्वहन करें ताकि सम्मेलन में आने वाले मेहमानों को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो।
बता दें कि नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन 9-10 सितंबर को किया जाए। इस दौरान कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष और शीर्ष अधिकारी दिल्ली आएंगे। इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां आदि कई शीर्ष नेता शामिल हैं।