शरीर को बेहतर तरीके से काम करते रहने के लिए आहार के माध्यम से पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। पोषक तत्व, शरीर को स्वस्थ रखने, अंगों को बेहतर तरीके से काम करते रहने और बीमारियों से बचाव के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। जिंक, ऐसा ही एक अति आवश्यक तत्व है, जिसका शरीर के कई कार्यों में विशेष योगदान माना जाता है।
जिंक एक प्रकार का खनिज है जो शरीर के कई सामान्य कार्यों और प्रणालियों के लिए आवश्यक है, जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली, घावों का भरना, रक्त का थक्का जमाना, थायरॉइड फंक्शन और स्वाद-गंध की इंद्रियों के कार्यों को ठीक रखना शामिल है। इसके अलावा जिंक गर्भावस्था, बचपन और किशोरावस्था के दौरान सामान्य वृद्धि और विकास में भी सहायता करती है।
यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी उम्र के लोगों को आहार के माध्यम से जिंक प्राप्त करते रहने की सलाह देते हैं।
शरीर की इम्युनिटी के लिए जरूरी है जिंक
रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना कई प्रकार की संक्रामक बीमारियों से बचाने के लिए जरूरी होता है। कोरोना महामारी के दौरान यह हम सभी अच्छी तरीके से समझ चुके हैं। अध्ययनकर्ता बताते हैं कि प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के लिए जिंक भी बहुत आवश्यक है।जिंक पूरे शरीर की कोशिकाओं में पाई जाती है। यह आपके प्रतिरक्षा तंत्र को हमलावर बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में मदद करती है। आपका शरीर डीएनए (कोशिकाओं में आनुवंशिक सामग्री) और प्रोटीन बनाने के लिए भी जिंक का उपयोग करता है। आइए जानते हैं कि आहार के माध्यम से इस पोषक तत्व को कैसे प्राप्त किया जा सकता है?
रोजाना खाएं नट्स
नट्स, जिंक और अन्य आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करने में मदद करते हैं। मूंगफली, काजू और बादाम जिंक के अच्छे स्रोत हैं। ये नट्स स्वस्थ वसा, विटामिन और फाइबर भी प्रदान करते हैं, जो शरीर को सेहतमंद रखने के लिए आवश्यक है। काजू में जिंक की मात्रा सबसे अधिक होती है, इसलिए आप आहार में इन नट्स को शामिल कर सकते हैं। अध्ययनकर्ता बताते हैं, रोजाना मुट्ठीभर नट्स का सेवन हृदय रोगों से बचाने में फायदेमंद है।
कद्दू के बीजों में जिंक
कद्दू के बीज को कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ के लिए जाना जाता है, ये जिंक के लिए भी फायदेमंद है। 100 ग्राम कद्दू के बीज में लगभग 7.5 मिलीग्राम जिंक होता है, जो अनुशंसित दैनिक सेवन का लगभग आधा है। आहार में जिंक महत्वपूर्ण है क्योंकि यह एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट भी है जो मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया में भी मदद करती है।