इमरान खान पर आरोप है कि बीते साल एक रैली के दौरान इमरान खान ने सरकारी गोपनीय दस्तावेज लहराया था। हालांकि, पूछताछ के दौरान इमरान खान ने जांच एजेंसियों के सामने कबूला है कि उनसे वह दस्तावेज गुम हो गया है। तोशाखाना मामले में इमरान खान बीती 5 अगस्त से पंजाब की अटक जेल में बंद हैं।
पाकिस्तान की एक विशेष अदालत ने गुरुवार को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अपने बेटों से बात करने की अनुमति दे दी। 70 साल के इमरान फिलहाल अटक जेल में बंद हैं। इमरान ने न्यायाधीश अबुल हसनत जुल्करनैन के समक्ष एक याचिका दायर कर अपने बेटों सुलेमान खान और कासिम खान से फोन पर बात करने की अनुमति मांगी थी।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिस जुल्करनैन ने याचिका को मंजूरी दे दी और जेल अधिकारियों को कानून के अनुसार आवेदक और उसके बेटों के बीच टेलीफोन के जरिए बातचीत की सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया। घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है, जब एक दिन पहले जस्टिस जुल्करनैन ने बुधवार को राज्य के रहस्यों के कथित खुलासे से जुड़े एक मामले में इमरान की न्यायिक हिरासत 13 सितंबर तक बढ़ा दी थी। इस वजह से भ्रष्टाचार के एक मामले में जमानत मिलने के बावजूद इमरान जेल से रिहा नहीं हो पाए थे।
इमरान खान पर आरोप है कि बीते साल एक रैली के दौरान इमरान खान ने सरकारी गोपनीय दस्तावेज लहराया था। हालांकि, पूछताछ के दौरान इमरान खान ने जांच एजेंसियों के सामने कबूला है कि उनसे वह दस्तावेज गुम हो गया है। तोशाखाना मामले में इमरान खान बीती 5 अगस्त से पंजाब की अटक जेल में बंद हैं।मंगलवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट की दो सदस्यी पीठ ने इमरान खान की सजा को निलंबित करते हुए उन्हें रिहा करने का आदेश दिया था। हालांकि, आदेश के बावजूद इमरान खान की रिहाई नहीं हो सकी, क्योंकि गोपनीय दस्तावेज लीक करने के मामले में अदालत ने इमरान खान को जेल में ही रखने और बुधवार को सुनवाई के दौरान पेश करने का आदेश दिया था।
क्या है मामला
गोपनीय दस्तावेज लीक मामले में ही इमरान खान के करीबी सहयोगी और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी हिरासत में हैं। इमरान खान पर देश के खुफिया कानून का उल्लंघन का आरोप है। बीते साल मार्च में जब इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी थी तो एक रैली में इमरान खान ने अपनी जेब से एक कागज निकालकर रैली में लहराया।आरोप है कि वह कागज सरकारी गोपनीय दस्तावेज था। इमरान खान ने दावा किया था कि उनकी सरकार गिराने के लिए ‘अंतरराष्ट्रीय साजिश’ रची जा रही है। हालांकि पूछताछ के दौरान इमरान खान ने इस बात से इनकार किया है कि जो कागज उन्होंने रैली में लहराया था, वह कोई सरकारी गोपनीय दस्तावेज था। इमरान खान ने ये भी कहा कि उनसे वह कागज खो गया है और उन्हें याद नहीं आ रहा है कि उन्होंने इसे कहां रखा है।