रॉकेट तैयार करने वाली मित्सुबिशी हैवी इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है और ना ही लॉन्चिंग की अगली तारीख का एलान किया है।
जापान का चंद्र मिशन एक बार फिर सोमवार को निलंबित कर दिया गया। दरअसल खराब मौसम के चलते तीसरी बार ऐसा हुआ है, जब जापान को अपने चंद्रमा मिशन की लॉन्चिंग रोकनी पड़ी है। सोमवार को जापान के चंद्रमा मिशन को उड़ान भरनी थी लेकिन उड़ान भरने से 30 मिनट पहले ही मिशन को रोकने का फैसला किया गया क्योंकि लॉन्चिंग के लिए मौसम सहीं नहीं था। अब अगली लॉन्चिंग कब होगी, यह तय नहीं है।
खराब मौसम के चलते टालनी पड़ी लॉन्चिंग
जापान की अंतरिक्ष एजेंसी एच2-ए अपने सबसे विश्वसनीय हैवी पेलोड रॉकेट से एक एडवांस इमेजिंग सैटेलाइट और एक हल्के वजनी लैंडर को चांद पर भेजनी वाली थी। मिशन के मुताबिक जापान का लैंडर जनवरी में चांद की सतह पर लैंड करता लेकिन खराब मौसम के चलते यह लॉन्चिंग टालनी पड़ी। इससे पहले शनिवार की सुबह मिशन को लॉन्च किया जाना था लेकिन खराब मौसम के चलते इसे रविवार के लिए टाल दिया गया और फिर सोमवार के लिए, लेकिन सोमवार को भी जब मौसम अनुकूल नहीं रहा तो जापानी अंतरिक्ष एजेंसी ने फिलहाल मिशन को टालने का फैसला किया है।
अगली तारीख का अभी तक नहीं किया एलान
रॉकेट तैयार करने वाली मित्सुबिशी हैवी इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है और ना ही लॉन्चिंग की अगली तारीख का एलान किया है। जापान यदि चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने में सफल रहा तो वह ऐसा करने वाला भारत के बाद पांचवां देश बन जाएगा। बता दें कि बीते हफ्ते ही रूस का लूना-25 मिशन चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग में विफल रहा था। हालांकि भारत के चंद्रयान-3 मिशन ने सफलतापूर्वक लैंडिंग करके इतिहास रच दिया। बता दें कि अमेरिका, रूस, चीन और हाल ही में भारत चांद की सतह पर सफल लैंडिंग कर चुके हैं।
खराब मौसम के चलते टालनी पड़ी लॉन्चिंग
जापान की अंतरिक्ष एजेंसी एच2-ए अपने सबसे विश्वसनीय हैवी पेलोड रॉकेट से एक एडवांस इमेजिंग सैटेलाइट और एक हल्के वजनी लैंडर को चांद पर भेजनी वाली थी। मिशन के मुताबिक जापान का लैंडर जनवरी में चांद की सतह पर लैंड करता लेकिन खराब मौसम के चलते यह लॉन्चिंग टालनी पड़ी। इससे पहले शनिवार की सुबह मिशन को लॉन्च किया जाना था लेकिन खराब मौसम के चलते इसे रविवार के लिए टाल दिया गया और फिर सोमवार के लिए, लेकिन सोमवार को भी जब मौसम अनुकूल नहीं रहा तो जापानी अंतरिक्ष एजेंसी ने फिलहाल मिशन को टालने का फैसला किया है।
अगली तारीख का अभी तक नहीं किया एलान
रॉकेट तैयार करने वाली मित्सुबिशी हैवी इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है और ना ही लॉन्चिंग की अगली तारीख का एलान किया है। जापान यदि चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने में सफल रहा तो वह ऐसा करने वाला भारत के बाद पांचवां देश बन जाएगा। बता दें कि बीते हफ्ते ही रूस का लूना-25 मिशन चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग में विफल रहा था। हालांकि भारत के चंद्रयान-3 मिशन ने सफलतापूर्वक लैंडिंग करके इतिहास रच दिया। बता दें कि अमेरिका, रूस, चीन और हाल ही में भारत चांद की सतह पर सफल लैंडिंग कर चुके हैं।