मिया ने आगे कहा कि त्रिपुरा की जनता ने कभी भी सीपीआईएम का समर्थन किया। कांग्रेस के कारण ही सीपीआईएम राज्य में आ पाई। इस वजह से जनता को परेशानी का सामना करना पड़ा। कई लोगों की जान चली गई। लेकिन भाजपा सरकार सबका साथ-सबका विश्वास का पालन करती है। वह हर धर्मों के साथ समान व्यवहार करती है।
त्रिपुरा उपचुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। त्रिपुरा के पूर्व मंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बिलाल मिया भाजपा में शामिल हो गए। सीएम मणिक साहा के नेतृत्व में मिया ने कांग्रेस की सदस्यता ली। मिया ने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा आने वाले दिनों में सीपीआईएम और कांग्रेस गायब हो जाएंगे। उन्हें ढूंढने के लिए माइक्रोस्कोप की आवश्यकता होगी। कांग्रेस अनियंत्रित लोगों की पार्टी है। पार्टी खत्म हो रही है। जल्द ही कई और वरिष्ठ नेता पार्टी छोड़ देंगे। अभी तो यह सिर्फ ट्रेलर है, मुख्य घटना तो अभी बाकी है।
भाजपा हर धर्मों के साथ समान व्यवहार करती है
मिया ने आगे कहा कि त्रिपुरा की जनता ने कभी भी सीपीआईएम का समर्थन किया। कांग्रेस के कारण ही सीपीआईएम राज्य में आ पाई। इस वजह से जनता को परेशानी का सामना करना पड़ा। कई लोगों की जान चली गई। हमने चुनाव के दौरान कई हिंसक घटनाएं देखीं। लेकिन भाजपा के राज में राजनीतिक हत्याएं रूक गईं। भाजपा ने राज्य में बिगड़ी कानून व्यवस्था पर ध्यान दिया और महत्वपूर्ण सुधार किए। भाजपा सरकार सबका साथ-सबका विश्वास का पालन करती है। वह हर धर्मों के साथ समान व्यवहार करती है।
इस्तीफे के दौरान खरगे को बताई यह बात
बता दें, बिलाल ने 23 अगस्त को इस्तीफा दिया था। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से उन्होंने अपने इस्तीफे में कहा कि कांग्रेस पिछले 44 वर्षों से मेरा राजनीतिक घर था। मैं पिछले 44 वर्षों से सौंपी गई जिम्मेदारियों को अपनी क्षमता से भी अधिक प्रयास से पूरा किया। मैंने पार्टी की सेवा की। मैं वर्तमान में राज्य कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष पद संभाल रहा हूं। मैं टीपीसीसी के चुनवा समिति का भी सदस्य हूं। मैं एआईसीसी के सदस्य के रूप में काम करता हूं। लेकिन अब मैं कांग्रेस सहित कांग्रेस द्वारा दी गई सभी जिम्मेदारियों का भी त्याग करता हूं।
बिलाल मिया की सदस्यता के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य, भाजपा प्रदेश प्रभारी डॉ. महेश सरमा, आदिवासी कल्याण मंत्री विकास देबबर्मा सहित अन्य नेता और पदाधिकारी शामिल हैं।