प्रधानमंत्री मोदी दक्षिण अफ्रीका और ग्रीस की चार दिवसीय यात्रा पर हैं। 22-24 अगस्त तक दक्षिण अफ्रीका की अध्यक्षता में आयोजित होने वाले 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए राष्ट्रपति रामफोसा के निमंत्रण पर मंगलवार को यहां पहुंचे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर जोहान्सबर्ग में द्विपक्षीय बैठक की। बैठक के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के साथ एक उत्कृष्ट बैठक हुई। हमने भारत-दक्षिण अफ्रीका संबंधों को गहरा करने के उद्देश्य से कई मुद्दों पर चर्चा की। हमारी चर्चाओं में व्यापार, रक्षा और निवेश संबंध प्रमुखता से शामिल रहे। हम वैश्विक दक्षिण की आवाज को भी मजबूत करने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।
जोहान्सबर्ग के लिए प्रस्थान से पहले नई दिल्ली में पीएम मोदी ने कहा था, ब्रिक्स विभिन्न क्षेत्रों में एक मजबूत सहयोग एजेंडा चला रहा है। हम मानते हैं कि ब्रिक्स विकास अनिवार्यताओं और बहुपक्षीय प्रणाली के सुधार सहित पूरे वैश्विक दक्षिण के लिए चिंता के मुद्दों पर चर्चा और विचार-विमर्श करने का एक मंच बन गया है। उन्होंने कहा, शिखर सम्मेलन ब्रिक्स को सहयोग के भविष्य के क्षेत्रों की पहचान करने और संस्थागत विकास की समीक्षा करने का एक उपयोगी अवसर प्रदान करेगा। कोविड-19 महामारी के कारण लगातार तीन वर्षों की आभासी बैठकों के बाद यह पहला व्यक्तिगत ब्रिक्स शिखर सम्मेलन है।
मंगलवार को पीएम मोदी चीन, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील के अपने समकक्षों के साथ लीडर्स रिट्रीट में शामिल हुए। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका वाले ब्रिक्स देशों के वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए जोहान्सबर्ग नहीं पहुंचे हैं। रूस का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री सार्गेई लावरोव कर रहे हैं।
ब्रिक्स में विस्तार संबंधी महत्वपूर्ण घटनाक्रम में भारत ने निभाई अहम भूमिका
पांच देशों के समूह ब्रिक्स में नए सदस्यों के चयन में सर्वसम्मति बनाने में भारत ने अहम भूमिका निभाई है। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंगलवार को ‘लीडर्स रिट्रीट’ के दौरान ब्रिक्स में विस्तार के संबंध में अहम उपलब्धि हासिल हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीन, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील के अपने समकक्षों के साथ ‘लीडर्स रिट्रीट’ में शामिल हुए।
ब्रिक्स पांच विकासशील देशों का समूह है जो विश्व की 41 प्रतिशत आबादी, 24 प्रतिशत वैश्विक जीडीपी और 16 प्रतिशत वैश्विक कारोबार का प्रतिनिधित्व करता है। सूत्रों ने बताया कि भारत ने ब्रिक्स में सदस्यता मानदंडों पर सर्वसम्मति बनाने तथा नए सदस्यों के चुनाव में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि भारत के प्रयास नए सदस्यों के तौर पर रणनीतिक साझेदारों को शामिल करने के नयी दिल्ली के उद्देश्य पर आधारित हैं। वार्षिक शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स का विस्तार एक प्रमुख विषय है।
पीएम मोदी ने ‘ब्रिक्स लीडर्स रिट्रीट’ के दौरान पांच देशों के समूह के अन्य नेताओं के साथ प्रमुख वैश्विक घटनाक्रमों और अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों का समाधान तलाशने के लिए ब्रिक्स के मंच का लाभ उठाने पर चर्चा की।