बोरीवली रेलवे पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने बताया कि जीआरपी टीम के अधिकारी मंगलवार को मुंबई सेंट्रल कार शेड गए थे। यहां जयपुर-मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन खड़ी थी। इस दौरान उन्होंने उन डिब्बों का भी दौरा किया जहां हत्याएं हुईं थीं।
आरपीएफ कॉन्स्टेबल द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारी सहित तीन यात्रियों की हत्या करने के मामले की जीआरपी जांच कर रही है। इसके तहत जीआरपी कार शेड गई। यहां उन्होंने ट्रेन का निरीक्षण किया। बता दें, 31 जुलाई को आरपीएफ जवान ने चलती ट्रेन में गोलीबारी की थी।
हत्या के कारण का खुलासा अबतक नहीं
बोरीवली रेलवे पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने बताया कि जीआरपी टीम के अधिकारी मंगलवार को मुंबई सेंट्रल कार शेड गए थे। यहां जयपुर-मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन खड़ी थी। इस दौरान उन्होंने उन डिब्बों का भी दौरा किया जहां हत्याएं हुईं थीं। मौके पर उन्होंने अपराध स्थल को दोबारा बनाया गया। मुख्य गवाह और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। जांच टीम ने सीसीटीवी फुटेज प्राप्त कर लिए हैं। अभी तक हत्या के मकसद का खुलासा नहीं हो सका है। हालांकि, पुलिस मामले की जांच कर रही है। टीम ने प्रत्यक्षदर्शियों के बयान भी दर्ज किए हैं। इसके अलावा, रेलवे बोर्ड ने घटना की अलग से जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है।
जीआरपी की हिरासत में है आरोपी
बता दें, 31 जुलाई को आरपीएफ कॉन्स्टेबल चेतन सिंह (34) ने अपने वरिष्ठ अधिकारी सहायक उप-निरीक्षक टीकाराम मीन सहित ट्रेन में यात्रा कर रहे तीन यात्रियों को गोली मार दी थी, जिससे तीनों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना पालघर के पास की है। यात्रियों ने मीरा रोड स्टेशन के पास आरोपी को उसके हथियार सहित भागते हुए पकड़ा था। घटनास्थल पर सिंह आज मौजूद नहीं था। वह फिलाहाल जीआरपी की हिरासत में है। हालांकि, जीआरपी ने कोर्ट से कहा था कि वे आरोपी को अपराध स्थल पर ले जाना चाहते हैं।