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भारतीय हॉकी टीम के कोच भी हुए जापान की डिफेंस के कायल

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 भारतीय हॉकी टीम ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में जापान के खिलाफ कई मौके गंवाए। टीम को इसकी वजह से ड्रॉ खेलना पड़ा। मैच के बाद भारतीय हॉकी टीम के हेड कोच क्रेग फुल्टन ने जापान की तारीफ करने के साथ ही अपने टीम के प्रदर्शन पर भी राय रखी।

 
hockey india

चेन्नई: भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने स्वीकार किया कि जापान के खिलाफ एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के मैच में पेनल्टी कॉर्नर तब्दीली दर खराब रही। हालांकि उनका मानना है कि टीम परफेक्ट फिनिशिंग से ज्यादा दूर नहीं है। भारतीय टीम एशियाई खेल चैंपियन जापान के खिलाफ 15 पेनल्टी कॉर्नर में से एक पर ही गोल कर सकी और मैच 1-1 से ड्रॉ रहा। पहले मैच में भारत ने चीन को 7-2 से हराया था और छह गोल पेनल्टी कॉर्नर पर हुए
फुल्टन ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा,‘अगर मौके नहीं भुना पा रहे हैं तो यह हर कोच की चिंता का सबब है। आप हमेशा जानने की कोशिश करते हैं कि ऐसा क्यों हुआ। इसके लिए सही संयोजन उतारते हैं। ऐसा नहीं है कि हम अपनी रणनीति पर अमल नहीं कर रहे हैं। हम जैसा खेलना चाहते हैं, वैसे ही खेल रहे हैं। हमने इस मैच में भी दो तीन अच्छे जवाबी हमले किए। हम परफेक्ट फिनिशिंग से ज्यादा दूर नहीं हैं।’

उन्होंने बेहतरीन डिफेंस के लिये जापान की तारीफ करते हुए कहा,‘जापान ने अच्छा रक्षण और आक्रमण किया। हाफ टाइम पर हमने चिंतन मनन किया और दूसरे हाफ में मैच में लौटे। उन्होंने पेनल्टी कॉर्नर बखूबी बचाये। हम कॉर्नर गोल में नहीं बदल सके लेकिन इस पर काम करके अगले मैच में बेहतर प्रदर्शन करेंगे।’’

जापान के खिलाफ भारतीयों ने बस पेनल्टी कॉर्नर पर फोकस किया, फील्ड गोल करने पर नहीं। फुल्टन ने इस पर कहा,‘यह परिस्थितिजन्य होता है। हम चाहते हैं कि हमारे खिलाड़ी आक्रमण करें। वे मैदान पर फैसले लेते हैं और हम उनका समर्थन करते हैं। इतने सारे कॉर्नर बनाना भी अच्छी बात है।’

वहीं कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि उनकी टीम पर कोई दबाव नहीं है। उन्होंने कहा,‘हम कोशिश करते रहते हैं कि सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। जापान का डिफेंस अच्छा था। हम निर्देशों का पालन कर रहे थे और हमें पता है कि मलेशिया के खिलाफ अगले मैच में क्या करना है।’

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