अधिसूचना में कहा गया है कि शिक्षा का परिदृश्य वर्तमान में बदल रहा है। शिक्षा के वैश्विकरण को ध्यान में रखते हुए बीएससी (एन) पाठ्यक्रमों को वैश्विक मानकों और योग्यता आधारित नर्सिंग शिक्षा के रूप में तैयार किया गया है।
नर्सिंग के छात्रों के लिए शिक्षा मंत्रालय ने नया फैसला किया है। नर्सिंग के विद्यार्थी अब व्यक्तित्व विकास के लिए विदेशी भाषा का भी चयन कर सकते हैं। विभाग ने इसे लेकर एक अधिसूचना भी जारी की है। अधिसूचना में कहा गया है कि शिक्षा का परिदृश्य वर्तमान में बदल रहा है। शिक्षा के वैश्विकरण को ध्यान में रखते हुए बीएससी (एन) पाठ्यक्रमों को वैश्विक मानकों और योग्यता आधारित नर्सिंग शिक्षा के रूप में तैयार किया गया है। अब नर्सिंग छात्र डिग्री/डिप्लोमा के दौरान एक विदेशी भाषा को अतिरिक्त लाभ के लिए चुन सकते हैं। छात्रों को फ्रेंच, जर्मन, ग्रीक, लैटिन, आयरिश, कोरियाई, स्पेनिश, पुर्तगाली आदि भाषाओं को सीखने का विकल्प दिया जाएगा। अतिरिक्त भाषा सीखने वाले विद्यार्थियों से किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। हालांकि, अधिसूचना में कहा गया है कि यदि शुल्क लिया जाएगा तो वह नाम मात्र ही होगा। संस्थान किसी भी छात्र को वैकल्पिक भाषा चुनने के लिए मजबूर नहीं करेंगे। विदेशी भाषाएं की कक्षाएं खाली समय या कक्षा के बाद आयोजित किया जाएगा।