नसों में कमजोरी की समस्या पूरे शरीर में रक्त के संचार को प्रभावित करने वाली हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सभी उम्र के लोगों को इसे स्वस्थ रखने वाले उपाय करते रहने की आवश्यकता है। कई ऐसी स्थितियां हैं, जो आपके नसों में कमजोरी का कारण बन सकती हैं। दुर्घटना, गिरने या खेल में चोट के कारण नसों में खिंचाव या क्षति हो सकती है। इसके अलावा कुछ चिकित्सीय स्थितियां जैसे मधुमेह, गुइलेन-बैरी सिंड्रोम और कार्पल टनल सिंड्रोम के कारण भी नसों में कमजोरी या इससे संबंधित समस्याओं के बढ़ने का खतरा हो सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, नसों को मजबूत बनाने के लिए लाइफस्टाइल और आहार को ठीक रखना बहुत आवश्यक होता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि अगर आप ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन करते हैं तो यह नसों की मजबूती के लिए काफी लाभकारी हो सकता है।आहार के माध्यम से आसानी से इस पोषक तत्व की आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सकती है।
ओमेगा-3 से मजबूत होती हैं नसें
ओमेगा-3 हमारे शरीर के लिए किस प्रकार से लाभकारी हो सकता है, इसको जानने के लिए किए गए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि यह नसों की समस्याओं को कम करने में आपके लिए लाभकारी हो सकता है। वैज्ञानिकों की टीम ने पाया कि ओमेगा-3 पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड स्वस्थ तंत्रिकाओं के विकास और रखरखाव में सहायक है, नसों को मजबूत बनाने के लिए इसका सेवन किया जाना लाभकारी है।आहार में कुछ चीजों को शामिल करके आसानी से इस पोषक तत्व की पूर्ति की जा सकती है।
चिया और फ्लेक्स सीड्स
ओमेगा-3 फैटी एसिड प्राप्त करने के लिए आहार में कुछ प्रकार के सीड्स को शामिल करना विशेष लाभकारी हो सकती है, इसमें चिया और फ्लेक्स सीड्स प्रमुख हैं। चिया सीड्स को फाइबर की पूर्ति के लिए जाना जाता है, यह ओमेगा-3 के लिए भी फायदेमंद है। इसी तरह से अलसी के बीज अल्फा लिनोलेनिक एसिड का उत्कृष्ट स्रोत हैं। अपने आहार में अलसी के बीज शामिल करने से पाचन स्वास्थ्य में सुधार, हृदय रोग के जोखिम को कम करने और त्वचा-बालों को स्वस्थ रखने में भी मदद मिल सकती है।
अखरोट भी सेहत के लिए लाभकारी
अखरोट बहुत पौष्टिक होने के साथ और फाइबर-ओमेगा-3 से भरपूर होता है। इनमें बड़ी मात्रा में कॉपर, मैंगनीज और विटामिन-ई जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। अखरोट को मस्तिष्क और हृदय रोगों के जोखिमों को कम करने वाला भी पाया गया है। दैनिक आहार में अखरोट को शामिल करके शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार की सेहत में सुधार किया जा सकता है।
सोयाबीन से मिल सकता है लाभ
सोयाबीन फाइबर और वनस्पति प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। इससे शरीर के लिए आवश्यक ओमेगा-3 की भी मात्रा प्राप्त की जा सकती है। सोयाबीन, राइबोफ्लेविन, फोलेट, विटामिन के, मैग्नीशियम और पोटेशियम सहित अन्य पोषक तत्वों का भी अच्छा स्रोत हैं। नसों को स्वस्थ रखने के लिए सोयाबीन के सेवन से लाभ मिल सकता है।