उत्तर प्रदेश में अग्निपथ योजना के विरोध में चल रहे हिंसक प्रदर्शनों को लेकर पुलिस ने चार जिलों में छह एफआईआर दर्ज की हैं। पुलिस ने अब तक 260 लोग गिरफ्तार कर लिए हैं।
आपको बता दें कि सेना में भर्ती के लिए केन्द्र सरकार द्वारा शुरू की गई नई योजना ‘अग्निपथ’ को लेकर शुरू हुए विरोध ने अब उग्र रूप से लिया है। शुक्रवार को प्रदेश के कई जिलों में युवकों ने भारी तोड़-फोड़ किया है। कई स्थानों पर युवकों ने रेलवे और रोडवेज बसों में आगजनी करने के साथ ही सरकारी संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचाया है। कई स्थानों पर रेलवे स्टेशनो में घुसकर तोड़फोड़ किए जाने की भी सूचना है। वहीं, लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे समेत कई स्थानों पर जाम लगाने व वाहनों पर पथराव किए जाने की भी खबर है।
उप्रदव और आगजनी पर उतारू भीड़ पर काबू करने के लिए पुलिस को भी कई स्थानों पर लाठी चार्ज करने के साथ ही आसू गैस को गोले छोड़ने पड़े हैं। यमुना एक्सप्रेसवे और टप्पल-जट्टारी क्षेत्र में हाइवे जाम करके पथराव किया गया और प्रदर्शनकारियों ने पुलिस चौकी जट्टारी को फूंक दिया। चौकी में खड़े कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। जट्टारी पुलिस चौकी के बाहर खड़ी दरोगा की कार में आग लगा दी गई।
चेयरमैन की गाड़ी भी फूंक दी गई। यमुना एक्सप्रेसवे पर पुलिस-प्रशासन के वाहनों सहित दर्जनों यूपी व हरियाणा रोडवेज बसों में तोड़फोड़ व आगजनी की गई। बवाल में सीओ खैर सहित कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। तनावपूर्ण हालात की सूचना पाकर टप्पल पहुंचे आगरा जोन के एडीजी राजीव कृष्ण की गाड़ी पर भी पथराव हुआ। इससे गाड़ी का शीशा टूट गया।
वह अपनी ड्यूटी पर हैं और स्वस्थ हैं। मेरी उनसे स्वयं वार्ता हुई है। हल्की चोट आई थी पर वे एक बहादुर पुलिसकर्मी की तरह अपने कार्य में जुटे हैं। एडीजी ने बताया कि पुलिस को यह भी इनपुट मिले हैं कि छात्रों को भड़काया जा रहा है और कुछ अराजक तत्व भी छात्रों के बीच घुस गए हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों को समझाया जा रहा है और इस काम में जन प्रतिनिधियों और ग्राम प्राधानो को भी लगाया गया है।